Adani Stocks: मार्च तिमाही के दौरान LIC ने अदाणी ग्रुप के शेयरों 2,050 करोड़ रुपये का निवेश किया
Adani Group Stocks: अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) का भरोसा कम हुआ है। मार्च 2025 तिमाही के दौरान विदेशी निवेशकों ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में करीब 3,600 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी घटाई है। इसके उलट, भारत के घरेलू संस्थागत निवेशकों का अदाणी ग्रुप की कंपनियों में भरोसा बढ़ा है और उन्होंने मार्च तिमाही के दौरान इनमें जमकर खरीदारी की है। इन घरेलू निवेशकों में LIC, बीमा कंपनियां, पेंशन फंड्स और म्यूचुअल फंड्स आदि शामिल हैं।
विदेशी निवेशकों ने मार्च तिमाही के दौरान अदाणी ग्रुप की 5 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी घटाई। अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) में उनकी हिस्सेदारी चौथी तिमाही में घटकर 12.45 प्रतिशत रह गई, जो पिछली तिमाही में 13.68 प्रतिशत थी। यानी उनकी हिस्सेदारी में 1.23 फीसदी या करीब 1,850 करोड़ की गिरावट आई है।
इसी तरह अदाणी पोर्ट्स & SEZ में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 13.93 प्रतिशत से घटकर 13.42 प्रतिशत रह गई, जो 0.5 प्रतिशत या 1,310 करोड़ रुपये की गिरावट है। अंबुजा सीमेंट्स में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी 0.54% घटाकर 8.6% कर दी, जो करीब 700 करोड़ की बिकवाली दिखाता है।
ACC में उनकी हिस्सेदारी 0.31 प्रतिशत घटकर 4.83 प्रतिशत रह गई, जो 110 करोड़ रुपये के बराबर है। इस बीच, अदाणी एंटरप्राइजेज में विदेशी निवेशकों ने तुलनात्मक रूप से छोटी बिकवाली की, करीब 54 करोड़ रुपये की।
GQG ग्रुप ने कुछ कंपनियों में बढ़ाया निवेश
हालांकि विदेशी निवेशों में GQG ग्रुप ने विपरीत रुख अपनाते हुए Adani ग्रुप की कुछ कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई है। अदाणी ग्रीन और अदाणी एंटरप्राइजेज में उसने करीब ₹430 करोड़-₹430 करोड़ का निवेश कर अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर क्रमशः 4.49% और 3.84% कर दी है।
वहीं अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में उसने अपनी हिस्सेदारी 5.10% से बढ़ाकर 5.23% कर दी गई, जबकि अदाणी पावर में GQG ग्रुप की हिस्सेदारी में 5.08% से 5.10% की मामूली बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, GQG ने Adani Ports & SEZ में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 3.93% कर दी, जो करीब ₹225 करोड़ की बिकवाली के बराबर।
LIC और दूसरे घरेलू निवेशकों ने की जमकर खरीदारी
अदाणी ग्रुप के शेयरों में मार्च तिमाही के दौरान LIC ने सबसे अधिक 2,050 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके बाद बीमा कंपनियों ने ₹1,865 करोड़, पेंशन फंड्स ने ₹1,050 करोड़ और म्यूचुअल फंड्स ने ₹1,600 करोड़ का निवेश किया।
LIC ने सबसे ज्यादा निवेश अंबुजा सीमेंट्स में किया, जहां उसकी हिस्सेदारी 5.07% से बढ़ाकर 5.55% कर दी गई, यानी 636 करोड़ रुपये का निवेश। अदाणी पोर्ट्स & SEZ में उसने अपनी हिस्सेदारी 0.24% बढ़ाकर 8.10% कर ली यानी ₹631 करोड़ का निवेश। ACC में उसने 412 करोड़ के निवेश से अपनी हिस्सेदारी में 1.12 फीसदी का इजाफा किया है। वहीं अदाणी एंटरप्राइजेज में एलआईसी ने 362 करोड़ रुपये निवेश कर अपनी हिस्सेदारी 0.14 फीसदी बढ़ाई है।
बीमा कंपनियों ने भी मार्च तिमाही के दौरान अंबुजा सीमेंट्स में 550 करोड़ रुपये, अदाणी पोर्ट्स में 475 करोड़ रुपये, ACC में 433 करोड़ रुपये, और अदाणी एंटरप्राइजेज में 335 करोड़ रुपये का निवेश किया।
पेंशन फंड्स का फोकस मुख्य रूप से अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स पर रहा, जिसमें उन्होंने क्रमश: 871 करोड़ रुपये 192 करोड़ रुपये का निवेश किया।
म्यूचुअल फंड्स ने मार्च तिमाही के दौरान अदाणी ग्रीन में 973 करोड़ रुपये, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में ₹563 करोड़, अदाणी एंटरप्राइजेज में 22 करोड़ और अंबुजा सीमेंट्स में 127 करोड़ रुपये का निवेश किया। वहीं, उन्होंने ACC (₹338 करोड़), Adani Ports (₹92 करोड़) और Adani Total Gas (₹127 करोड़) में अपनी हिस्सेदारी घटाई।
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