16 जून की सुबह मार्केट ओपन होने पर कई इनवेस्टर्स बजाज फाइनेंस की शेयरों की कीमतें देखकर चौंक गए।
बजाज फाइनेंस का शेयर का प्राइस 16 जून की सुबह 10.46 बजे 935 रुपये पर चल रहा था। यह 13 जून को 9,331 रुपये के बंद भाव के मुकाबले करीब 90 फीसदी कम है। क्या क्या बजाज फाइनेंस का शेयर क्रैश कर गया है? इसका जवाब है नहीं। दरअसल, 16 जून की सुबह मार्केट ओपन होने पर कई इनवेस्टर्स बजाज फाइनेंस की शेयरों की कीमतें देखकर चौंक गए। आइए जानते हैं यह पूरा क्या है।
बोनस शेयर और Stock Split के फैसले का असर
सच यह है कि Bajaj Finance के शेयर का प्राइस 90 फीसदी क्रैश नहीं किया है। कंपनी ने शेयरों के बारे में कुछ बड़े फैसले किए थे, जिसके लागू होने पर शेयर की कीमत करीब 90 फीसदी घट गई है। कंपनी ने 29 अप्रैल को कहा था कि वह 4:1 अनुपात में बोनस शेयर इश्यू करेगी। इसका मतलब है कि बजाज फाइनेंस के शेयरहोल्डर को हर 1 शेयर पर अतिरिक्त 4 शेयर मिलेंगे। दूसरा, कंपनी ने अपने शेयरों के Split का भी ऐलान किया था। कंपनी ने कहा था कि शेयरों का Split 1:2 अनुपात में होगा। इसका मतलब है कि बजाज फाइनेंस का 1 स्टॉक दो हिस्से में बंट जाएगा। उदाहरण के लिए अगर किसी शेयरहोल्डर के पास बजाज फाइनेंस के 1 शेयर हैं तो Split के बाद शेयरों की संख्या 20 हो जाएगी।
बोनस और Split की वजह से बढ़ गई शेयरों की संख्या
Bajaj फाइनेंस के शेयरों पर 16 जून को ऊपर बताए गए दोनों फैसलों का असर पड़ा। पहला, बोनस शेयर इश्यू होने के बाद अगर किसी शेयरहोल्डर के पास पहले 10 शेयर थे तो कंपनी ने उसे अतिरिक्त 40 शेयर (हर 1 शेयर पर 4 बोनस शेयर) इश्यू किए। इससे उसके पास कंपनी के शेयर की कुल संख्या बढ़कर 50 (10 +40) शेयर हो गए। दूसरा, कंपनी के शेयर को Split करने का मतलब है कि जिस शेयरहोल्डर के पास 50 शेयर हैं तो उसके शेयरों की संख्या बढ़कर 100 (1:2 में Split) हो गई होगी।
13 जून के क्लोजिंग प्राइस से 90 फीसदी कम भाव पर खुले शेयर
इन दोनों वजहों से 16 जून को कंपनी के शेयर का प्राइस 935 रुपये पर पहुंच गया। जब कंपनी बोनस शेयर देती है तो बोनस शेयर के अनुपात में शेयरों का भाव विभाजित हो जाता है। फिर Split होने के बाद भी शेयर की कीमत विभाजित हो जाती है। इन दोनों वजहों से बजाज फाइनेंस के शेयर की कीमत 13 जून के 9,331 रुपये के भाव से 935 रुपये पर आ गई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि बोनस शेयर और Split की वजह से न तो शेयरों की वैल्यू बढ़ी है और न ही कम हुई है। इसका असर सिर्फ यह पड़ा है कि शेयरहोल्डर्स के पास कंपनी के शेयरों की संख्या बढ़ गई है। इससे कंपनी के शेयरों में लिक्विडिटी बढ़ गई है। मार्केट में बजाज फाइनेंस के ज्यादा शेयर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो गए हैं।
यह भी पढ़ें: Market insight : निफ्टी के जल्द रिकॉर्ड हाई पार करने की उम्मीद नहीं, आईटी इंडेक्स पर बनी रहे नजर - राहुल घोष
निवेशकों को क्या चिंता करनी चाहिए?
बोनस शेयर और Split का फायदा यह है कि जो शेयर पहले 9,331 रुपये पर चल रहा था, वह अब 935 रुपये पर चल रहा है। इससे ऐसे रिटेल इनवेस्टर्स भी इस स्टॉक को खरीद सकते हैं, जिनके लिए पहले एक शेयर के लिए 9,331 रुपये का भाव चुकाना मुमकिन नहीं था। दूसरा, अब मार्केट में फ्लोटिंग शेयरों की संख्या बढ़ गई है। शेयरों की कीमतें अब भी कंपनी के फंडामेंटल्स, कंपनी के प्रदर्शन और स्टॉक मार्केट्स के सेंटीमेंट्स के हिसाब से चलेंगी। इसका मतलब है कि Split और Bonus शेयर की वजह से शेयर की कीमतें घटने से निवेशकों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
टिप्पणियाँ