Bank Nifty Bull Run: भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर तेजी का दौर लौट आया है। इस बार बुल्स ने अपना पसंदीदा मैदान चुना है, बैंकिंग सेक्टर को। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में अचानक 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर दी। इससे बैंकिंग स्टॉक्स में जोरदार उछाल दिखा। बैंक निफ्टी नई रिकॉर्ड ऊंचाई 56,695 पर पहुंच गया।
बुलिश वेव की शुरुआत या धोखा?
बैंकिंग सेक्टर को लेकर बेशक माहौल सकारात्मक है, लेकिन हर निवेशक के मन में यही सवाल है- क्या यह बैंक निफ्टी में नई तेजी की शुरुआत है?
इसका जवाब जानने के लिए हमें बैंक निफ्टी के वीकली चार्ट का एनालिसिस करना होगा। चार्ट को नजदीक से देखने पर पता चलता है कि बैंक निफ्टी एक अहम मोड़ पर है। हाल ही में बना उच्चतम स्तर पहली नजर में ‘बुल ट्रैप’ साबित हुआ। हालांकि, इसके बावजूद इंडेक्स ने 'हायर हाई-हायर लो' का स्ट्रक्चर बनाए रखा। यह डॉव थ्योरी के अनुसार तेजी के संकेत देता है।
बैंक निफ्टी में दूसरा ब्रेकआउट?
बैंक निफ्टी में हेल्दी करेक्शन के बाद अब दूसरा ब्रेकआउट आकार ले चुका है। इससे संकेत मिलता है कि बुल्स फिर से एकजुट हो चुके हैं और इंडेक्स को और ऊपर ले जाने की स्थिति में हैं। टेक्निकल एनालिसिस में यह पैटर्न आगे चलकर तेज उछाल का पूर्व संकेत होता है। अगर इतिहास खुद को दोहराता है, तो जून में बैंक निफ्टी में एक और मजबूत तेजी मुमकिन है।
लेकिन, किसी भी सेक्टर में रैली प्रमुख स्टॉक्स में तेजी के बगैर नहीं आती। आइए जानते हैं कि इस बार बैंक निफ्टी में तेजी की अगुआई कौन कर सकता है और किन शेयरों पर निवेशकों को नजर रखनी चाहिए:
HDFC Bank
भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक HDFC Bank बैंक निफ्टी का सबसे अहम घटक है। यह अपनी मजबूत वित्तीय स्थिति, अच्छी एसेट क्वालिटी और व्यापक उपस्थिति के कारण भारतीय बैंकिंग सेक्टर का प्रमुख प्रतिनिधि माना जाता है।
इसका चार्ट दिखाता है कि स्टॉक ने पिछले स्विंग हाई को पार कर एक सिमेट्रिकल ट्राएंगल (symmetrical triangle) का गठन किया है, जो आमतौर पर तेजी का संकेत देता है। हालिया ब्रेकआउट 'बुलिश पेनंट' पैटर्न की पुष्टि करता है, जो आगे तेज उछाल का संकेत है।
IDFC First Bank
IDFC First Bank पारंपरिक प्राइवेट बैंकों की तुलना में अपेक्षाकृत नया नाम है, लेकिन इसने खुद को रीटेल-फोकस्ड लेंडिंग और बेहतर एसेट क्वालिटी के जरिए एक अलग पहचान दी है। बैंक ने अपने बैलेंस शीट को मजबूत करने और प्रतिस्पर्धी बैंकिंग क्षेत्र में विस्तार करने पर लगातार काम किया है।
वीकली टाइमफ्रेम में IDFC First Bank ने हाल ही में एक गिरते हुए चैनल (falling channel) से ब्रेकआउट किया है। यह डाउनट्रेंड के अंत और एक नई तेजी की शुरुआत का संकेत देता है। इस ब्रेकआउट के बाद स्टॉक ने चैनल की अपर ट्रेंडलाइन का सफलतापूर्वक रिटेस्ट किया है, जो मजबूती का संकेत है।
अब यह स्टॉक ऊपर की दिशा में बढ़ रहा है और इसकी मूल्य गति बैंक निफ्टी के व्यापक ट्रेंड से मेल खा रही है। यह मेल बताता है कि IDFC First Bank आने वाले हफ्तों में बैंकिंग शेयरों में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।
बैंक निफ्टी में नई रैली या फिर से छलावा?
तकनीकी संकेत बुल्स के पक्ष में हैं, लेकिन ग्लोबल मैक्रो इंडिकेटर, कच्चे तेल की अस्थिरता और घरेलू महंगाई के आंकड़े रुकावट बन सकते हैं। इसके बावजूद RBI की दरों में कटौती, टेक्निकल ब्रेकआउट जैसे फैक्टर बैंक निफ्टी में तेजी के संकेत दे रहे हैं। खासकर, HDFC Bank और IDFC First Bank की मजबूत स्थिति तेजी को बढ़ा सकती है।
अगर प्राइस स्ट्रक्चर बना रहता है और मोमेंटम बना रहता है, तो यह बैंक निफ्टी में नई तेजी की शुरुआत हो सकती है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
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