Donald Trump Plane Air Force One: कहते हैं फिल्में समाज का आईना होती हैं, उनमें वही सब कुछ दिखाया जाता है जो असल में हम अपने आस-पास देख रहे होते हैं. हां माना कि थोड़ा सा एग्जैजरेशन होता है. माना कि एक हीरो की तरह कोई आम आदमी 100 गुंडों की छुट्टी नहीं कर सकता. लेकिन इसके बावजूद उनमें दिखने वाली चीजें या तो हमारी लाइफस्टाइल और सोचने के तरीके से प्रभावित होती हैं या फिर उसमें प्रभाव भी डालती हैं.
इतना ही नहीं, फिल्मों से हमें कई बार ऐसी चीजें भी पता चलती हैं जो शायद इतिहास के पन्नों पर दबी रह गई होती हैं या फिर कई बार उन्हें जानने के लिए हमें कोई मोटी किताब या रिसर्च आर्टिकल पढ़ना होता है.
फिलहाल ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जब इंडिया ने पाकिस्तान की पहलगाम में किए गए आतंकी हमले का करारा जवाब दिया गया तो हमें कई अलग-अलग तरह के फाइटर प्लेन जैसे जेएफ-16 और राफेल जैसी चीजों के बारे में फिर से ठीक से पढ़ने, जानने और सुनने को मिला.
ऐसे में जानते हैं कि जो देश अमेरिका पूरी दुनिया को हथियार बेचता है वो अपने देश के राष्ट्रपति की सुरक्षा का कितना ख्याल रखता है?
इस बारे में हम जानेंगे हैरिसन फोर्ड की साल 1997 में आई बेहतरीन हॉलीवुड फिल्म 'एयर फोर्स वन' से. ये फिल्म उस हवाई किले के ऊपर बनाई गई थी जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति सफर करते हैं. असल में 'एयर फोर्स वन' सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि वो जहाज है जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति सफर करते हैं.
तो चलिए जानते हैं कि हमें इस फिल्म को देखने के बाद उस जहाज से जुड़ी क्या-क्या बातें पता चलीं जिसमें फिलहाल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बैठते हैं.
'एयर फोर्स वन' आम प्लेन नहीं एक अभेद्य किला है
एयर फोर्स वन फिल्म देखते समय फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर और उसके राइटर ने इस बात का ख्याल रखा कि दुनियाभर में देखी जाने वाली उनकी फिल्म में कोई कमी न रह जाए, इसलिए वो जिस प्लेन में एक काल्पनिक कहानी रच रहे हैं. कम से कम उसके बारे में दुनिया को सच-सच पता चले.
फिल्म में इस प्लेन की खासियत के बारे में बेहद आसान तरीके से समझाया गया है. असल में ये कोई जहाज नहीं बल्कि हवा में उड़ता हुआ एक न भेदा जा सकने वाला किला है. असल में इसे बंकर कहें तो ज्यादा सच के करीब होगा. जानते हैं क्यों?
एयर फोर्स वन की खासियत
एयर फोर्स वन में सुरक्षा उपायों का पूरा इंतजाम बहुत तरीके से रखा जाता है. राष्ट्रपति के अलावा, इसमें जो कोई भी साथ में ट्रैवल करता है चाहे वो कोई जर्नलिस्ट हो या फिर कोई और, उसे कड़े सुरक्षा मानकों को पूरा करना होता है. बिना सिक्योरिटी को पार किए इसमें एंट्री नहीं की जा सकती.
फिल्म में एक सीन है जिसमें प्रेसीडेंट की सीक्रेटरी एक प्रेस रिपोर्टर को प्लेन घुमाते हुए बताती है कि इसमें सुरक्षा के लिए सीक्रेट सर्विस भी है इसलिए उनके पास से गुजरने से परहेज करना. यानी वो समझाने की कोशिश करती है कि सीक्रेट सर्विस एजेंट प्रेसीडेंट की सुरक्षा के लिए हमेशा तैनात रहते हैं.
फिल्म में ये भी पता चलता है कि कई अलग-अलग तरह की विशेषताओं के साथ ये बुलेटप्रूफ है और यहां तक कि न्यूक्लियर धमाकों तक से सुरक्षित है.
दुनिया का सबसे एडवांस्ड कम्यूनिकेशन सेंटर
फिल्म में ये जानकारी भी मिलती है कि इसी प्लेन में दुनिया का सबसे एडवांस्ड कम्यूनिकेशन सिस्टम भी है जहां से प्रेसीडेंट पूरा देश चला सकते हैं. यानी किसी भी आपात स्थिति में प्रेसीडेंट के पास हर वो फैसिलिटी होती है जिससे हर स्थिति से वो प्लेन में बैठे-बैठे निपट सकते हैं. फिल्म में ये भी जानकारी दी गई थी कि यहां से प्रेसीडेंट अंतरिक्ष में गए किसी एस्ट्रोनॉट से भी बातें कर सकते हैं.
फिलहाल 'एयर फोर्स वन' में कौन सा प्लेन मॉडल हो रहा है इस्तेमाल
बीबीसी की रिपोर्ट में फिलहाल इस्तेमाल हो रहे प्लेन के बारे में एक रिपोर्ट है. हमने फिलहाल जिस फिल्म के जरिए इस प्लेन की खासियत के बारे में बताया है उसे रिलीज हुए 28 साल हो चुके हैं, तो जाहिर है कि प्लेन और एडवांस्ड हो चुका होगा. तो चलिए जानते हैं कि बीबीसी रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्लेन में और भी कौन सी खासियत हैं.
- रिपोर्ट के मुताबिक, जिस भी विमान में अमेरिका के कमांडर इन चीफ यानी प्रेसीडेंट बैठते हैं उसे 'एयर फोर्स वन' कहा जाता है और आजकल ये सम्मान बोइंग 747-200 को मिला हुआ है.
- इस विमान में बीच हवा में फ्यूल भी रीफिल किया जा सकता है. फिल्म में इसके बारे में एक लंबे सीन के जरिए दिखाया भी गया है.
- इस प्लेन में 3 फ्लोर और 4000 स्क्वायर फीट का एरिया होता है. इसमें एक बड़ा सा हॉल और बड़ा कॉन्फ्रेंस रूम भी होता है.
- प्लेन में 100 लोगों के लिए खाना तैयार करने के लिए दो किचन भी होते हैं.
'एयर फोर्स वन' फिल्म के बारे में
साल 1997 में रिलीज हुई ये फिल्म एक बड़ी हिट साबित हुई थी. फिल्म को ज्यादातर पॉजिटिव रिव्यूज मिले थे. फिल्म को 2 एकेडमी अवॉर्ड नॉमिनेशन मिले थे. फिल्म में हैरिसन फोर्ड और गैरी ओल्डमैन जैसे बड़े एक्टर मुख्य भूमिकाओं में थे. एंड्रूू डब्ल्यू मार्लोव राइटर और वोल्फगैंग पीटरसन इसके डायरेक्टर थे.
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