Share Market : दो दिनों के कंसोलीडेशन के बाद निफ्टी में गिरावट आई। इस गिरावट के बावजूद बाजार का शॉर्ट टर्म ट्रेंड मजबूत बना हुआ है
Stock market : बाजार आज गिरावट के साथ बंद हुआ है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 872.98 अंक या 1.06 फीसदी की गिरावट के साथ 81,186.44 पर और निफ्टी 261.55 अंक या 1.05फीसदी की गिरावट के साथ 24,683.90 पर बंद हुआ है। आज लगभग 1398 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, 2415 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, और 127 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। ब्रॉडर मार्केट की बात करें तो मिडकैप और स्मॉलकैप में लगभग 1 और 1.60 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट रही। निफ्टी बैंक 543 अंक गिरकर 54,877 पर और मिडकैप इंडेक्स 923 अंक गिरकर 56,183 पर बंद हुआ
निफ्टी में शामिल शेयरों की बात करें तो इटरनल में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। ऑटो ने सोमवार की बढ़त को पलट दिया। निफ्टी में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज करने वाले 4 में से 3 ऑटो स्टॉक हैं। डिफेंस स्टॉक में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्राइम रिसर्च हेड देवर्ष वकील का कहना है कि बढ़ते बॉन्ड यील्ड और कोविड के फिर से पैर पसारने की आशंकाओं के कारण भारतीय बाजार में गिरावट देखने को मिली। सिंगापुर और हांगकांग जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों की खबरों के बीच आज भारतीय इक्विटी बेंचमार्क में भारी गिरावट आई। सेंसेक्स- निफ्टी लगातार तीसरे सत्र में गिरकर बंद हुए। बाजार का सेंटीमेंट निगेटिव रहा निफ्टी के 50 में से 42 शेयर लाल निशान में बंद हुए। एनएसई का एडवांस-डिक्लाइन रेशियो 1:2 रहा। ये सभी क्षेत्रों, खासकर ऑटो, डिफेंस और फाइनेंशियल शेयरों में निवेशकों द्वारा बरती जाने वाली सावधानी का संकेत है। तकनीकी नजरिए से देखें तो निफ्टी 8 मई, 2025 के बाद पहली बार अपने 5-डे ईएमए से नीचे बंद हुआ है जो मुनाफावसूली की ओर बढ़ते रुझान का संकेत है। निफ्टी के लिए 24,494 और 24,378 पर सपोर्ट है। जबकि 24,800-24,900 की रेंज में रेजिस्टेंस होने की उम्मीद है।
बजाज ब्रोकिंग के मार्केट नोट में कहा गया है कि निफ्टी में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट देखने को मिली है। लोअर हाई और लोअर लो फॉर्मेशन के साथ एक बड़ी बियर कैंडल बनाई है। उम्मीद है कि निकट भविष्य में निफ्टी 24,400-25,200 के रेंज के भीतर एक कंसोलीडेशन फेज में रहेगा। निफ्टी के लिए 24,350-24,400 ज़ोन में अहम सपोर्ट है।
बैंक निफ्टी में फॉलिंग चैनल के ऊपरी बैंड पर ऊपरी स्तरों पर प्रॉफिट बुकिंग का संकेत दिया है। साथ ही लोअर हाई और लोअर लो के साथ एक बियर कैंडल बनाया है। पिछले 4 सप्ताहों में बैंक निफ्टी 56,000-53,500 के बड़े रेंज में कंसोलीडेट होता रहा है। उम्मीद है कि बैंक निफ्टी पिछले 4 सप्ताहों के कंसोलीडेशन को 53,500-56,000 की रेंज में आगे बढ़ाएग। इस कंसोलीडेशन के दौरान आने वाले गिरावट का इस्तेमाल खरीदारी के अवसर के रूप में किया जाना चाहिए। बैंक निफ्टी के लिए 53,000-53,500 पर अहम सपोर्ट है।
असित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स में एवीपी टेक्निकल्स और डेरिवेटिव्स रिसर्च, ऋषिकेश येदवे का कहना है कि टेक्निकली निफ्टी ने डेली चार्ट पर एक बड़ी रेड कैंडल बनाई और 24,800-24,850 के अहम सपोर्ट को तोड़ दिया। ये कमजोरी का संकेत है। निफ्टी के लिए अगला सपोर्ट 24,390 के पास दिख रहा है जो इसका 21-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (21-डीईएमए) भी है। ऊपर की ओर इसके 24,850 के आसपास तत्काल रेजिस्टेंस है। जब तक निफ्टी इस लेवल से नीचे कारोबार करता है ट्रेडरों को स्टॉक-स्पेसिफिक नजरिया अपनाने और उछाल पर मुनाफावसूली जारी रखने की सलाह दी जाती है।
बैंक निफ्टी इंडेक्स बढ़त के साथ खुला, लेकिन पिछले कारोबारी सत्र के शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक के हाई को पार करने में विफल रहा, जिससे मुनाफावसूली हुई। टेक्निकली इंडेक्स ने 55,290 से नीचे टिके रहकर शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न की पुष्टि की और उम्मीद के मुताबिक 54,829 का निचला स्तर दर्ज किया। जब तक बैंक निफ्टी 55,290 से नीचे रहेगा, तब तक इसमें और कमजोरी आने की संभावना बनी हुई है। नीचे की ओर, 54,460 के पास मजबूत सपोर्ट जो इसका 21-डीईएमए भी है। ट्रेडर्स को सलाह है कि जब तक बैंक निफ्टी 55,290 से नीचे रहे,तब तक वे बिकवाली की रणनीति अपनाएं।
आशिका इंस्टीट्यूशनल इक्विटी – आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के तकनीकी और डेरिवेटिव विश्लेषक सुंदर केवट का कहना है कि डेरिवेटिव आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्केट ब्रेड्थ काफी कमजोर रहा। 202 शेयरों में गिरावट के मुकाबले केवल 18 स्टॉक बढ़े। आरबीएल बैंक, ज़ाइडस लाइफ, डीएलएफ, एस्ट्रल और हिंडाल्को में ओपन इंटरेस्ट में उछाल देखा गया। कॉल साइड पर सबसे ज़्यादा ओपन इंटरेस्ट बिल्डअप 25,000 की स्ट्राइक पर है, जबकि पुट राइटिंग 24,500 और 24,000 की स्ट्राइक पर है जो आगे के निफ्टी के लिए सपोर्ट ज़ोन का काम कर सकता। पुट-कॉल रेशियो (पीसीआर) 0.48 तक गिर गया।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि दो दिनों के कंसोलीडेशन के बाद निफ्टी में गिरावट आई। इस गिरावट के बावजूद बाजार का शॉर्ट टर्म ट्रेंड मजबूत बना हुआ है। हालांकि डेली टाइम फ्रेम पर 21-डे ईएमए की ओर गहरे पुलबैक की संभावना है। डेली आरएसआई पर निगेटिव डाइवर्जेंस ने मंदी की संभावना को और बढ़ा दिया है। अगर निफ्टी 24,700 से नीचे बना रहता है,तो गिरावट बढ़ सकती है और निफ्टी 24,300 की ओर फिसल सकता है। हालांकि,अगर निफ्टी 24,700 से ऊपर चला जाता है,तो यह कंसोलीडेशन फेज में वापसी का संकेत हो सकता है।
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