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Experts views : बाजार का शॉर्ट टर्म ट्रेंड पॉजिटिव, 25000 से ऊपर जाने पर निफ्टी में जोरदार तेजी की उम्मीद

Market cues : रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बावजूद आज का यह उछाल पॉजिटिव सेंटीमेंट का संकेत है। निवेशक गिरावट का इस्तेमाल क्वालिटी शेयरों में खरीदारी के लिए कर रहे हैं

Market today : सप्ताह की खराब शुरुआत के बाद, भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स 23 मई के सत्र में तेजी लेकर बंद हुए। निफ्टी आज 24,850 के करीब बंद हुआ है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 769.09 अंक या 0.95 फीसदी बढ़कर 81,721.08 पर और निफ्टी 243.45 अंक या 0.99 फीसदी बढ़कर 24,853.15 पर पहुंच गया। आज लगभग 2238 शेयरों में बढ़त हुई है। 1557 शेयरों में गिरावट आई है और 152 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। आईटीसी, पावर ग्रिड,बजाज फिनसर्व,जियो फाइनेंशियल और एचडीएफसी आज निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि सन फार्मा,ग्रासिम और कुछ दूसरे निफ्टी शेयर लाल निशान में बंद हुए।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि घरेलू बाजार ने सप्ताह हुए नुकसान की लगभग आधी भरपाई कर ली। बाजार को FMCG और IT शेयरों में बढ़त से सपोर्ट मिला है। FMCG को जल्दी आने वाले और सामान्य से बेहतर मानसून के पूर्वानुमान से फायदा हुआ। जबकि IT शेयरों में अच्छे करेक्शन के बाद रिकवरी देखने को मिली। RBI से हाई डिविंडेंड फिस्कल कंसोलीडेशन की उम्मीदों को बढ़ा रहा है। इसका असर भारतीय बॉन्ड यील्ड में गिरावट से मिलता है। निवेशकों का फोकस अमेरिका-भारत ट्रेड डील और मजबूत घरेलू मैक्रोइकॉनोमिक इंडीकेटरों पर है। हालांकि, बढ़ते अमेरिकी कर्ज से जुड़ी चिंताओं के बीच बढ़ते अमेरिकी बॉन्ड यील्ड के कारण में FII की निकासी बढ़ सकती है। इससे मार्केट सेंटीमेंट पर असर पड़ सकता है।

द वेल्थ कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर प्रसन्ना पाठक का कहना है कि अमेरिका-चीन टैरिफ में मिली अस्थायी राहत ने ग्लोबल बाजारों को राहत दी है। इसके चलते मेटल से लेकर टेक्नोलॉजी तक तमाम सेक्टरों में तेजी रही। यह स्थिति उन सेक्टरों लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो टैरिफ के तनावों से सबसे अधिक प्रभावित रहे हैं। बाजार के शॉर्ट टर्म ट्रेंड में सुधार हुआ है। लेकिन निवेशकों को एक संतुलित नजरिया बनाए रखना चाहिए। बाजार में मजबूत सुधार के महंगाई के दबाव में कमी, ब्याज दरों में कटौती और अर्निंग्स में सुधार की जरूरत है। इस समय अच्छी क्वालिटी के डिफेंसिव शेयरों पर फोकस करने की जरूरत है। इस बात को ध्यान में रखें की लॉन्ग टर्म में अच्छा वेल्थ क्रिएशन होता है।

एलकेपी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि 21-डे ईएमए पर सपोर्ट मिलने के बाद निफ्टी ऊपर की ओर बढ़ा है। मोटे तौर पर, निफ्टी 24,700-25,000 के रेंज के भीतर कंसोलीडेटेड होता दिखाई दे सकता है। बाजार का शॉर्ट टर्म ट्रेंड पॉजिटिव बना हुआ है। 25,000 से ऊपर जाने पर निफ्टी में और तेजी आने की उम्मीद है। इस स्तर से ऊपर का कोई निर्णायक ब्रेकआउट बुल्स को मजबूती देगा और निफ्टी 25,250-25,350 की ओर बढ़ता दिख सकता है। नीचे की ओर निफ्टी के लिए 24,700 पर सपोर्ट है। इस स्तर से नीचे का ब्रेक गिरावट बढ़ा सकता है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बावजूद आज का यह उछाल पॉजिटिव सेंटीमेंट का संकेत है। निवेशक गिरावट का इस्तेमाल क्वालिटी शेयरों में खरीदारी के लिए कर रहे हैं। बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में कंसोलीडेशन के बाद नई खरीदारी देखने को मिली है। हम चुनिंदा स्टॉक पर फोकस करते हुए "गिरावट पर खरीद" रणनीति अपनाने की सलाह है। जब तक कि निफ्टी 24,500 अंक से नीचे नहीं आ जाता। बाजार में तेजी की उम्मीद कायम है।

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