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GIFT Nifty 400 अंक चढ़ा, भारत-पाकिस्तान तनाव कम होने से बाजार के जोरदार बढ़त के साथ खुलने के संकेत

अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट और ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव जेमीसन ग्रीर ने रविवार को कहा की कि वे चीन के साथ एक समझौते के बहुत करीब पहुंच गये हैं जिसका लक्ष्य अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करना है

घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 और सेंसेक्स में सोमवार, 12 मई को जोरदार तेजी की उम्मीद है। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पार से गोलीबारी रुकने के बाद निवेशक जोश में हैं। आज सुबह कुछ देर पहले गिफ्ट निफ्टी लगभग 400 अंक बढ़कर 24,538.5 पर कारोबार कर रहा था, जो लगभग दो फीसदी की बढ़त है। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के कारण इन पड़ोसी देशों के बीच बढ़ते तनाव के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान युद्धविराम पर सहमत हुए थे। इसके अलावा,डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि पाकिस्तान के साथ डीजीएमओ स्तर की वार्ता सोमवार को दोपहर 12 बजे होगी।

हालांकि, दोनों देशों के बीत बढ़ते तनाव के बावजूद बाजार जानकारों का कहना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में तेज बढ़त के बावजूद घरेलू बाजार की मूल धारणा प्रभावित नहीं हुई है। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, "अप्रैल में लगातार हुए विदेशी संस्थागत निवेश और रिकॉर्ड जीएसटी कलोक्शन से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। ये बाजार में निहित मजबूती का संकेत है।"

इस बीच अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट और ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव जेमीसन ग्रीर ने रविवार को कहा की कि वे चीन के साथ एक समझौते के बहुत करीब पहुंच गये हैं जिसका लक्ष्य अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करना है। हालांकि उन्होंने जिनेवा में हुई उच्च स्तरीय वार्ता में "पर्याप्त प्रगति" की बात कही, लेकिन सौदे की खास शर्तों का खुलासा नहीं किया गया।

इस ऐलान के बाद, वॉल स्ट्रीट स्टॉक फ्यूचर्स में तेजी आई। बेसेन्ट की टिप्पणियों से ट्रंप के टैरिफ ऐलानों से पैदा हुए ट्रेड तनाव में कमी के संकेत मिले हैं। डॉव फ्यूचर्स में 1.03 फीसदी की बढ़त हुई। एसएंडपी 500 फ्यूचर्स में 1.31 फीसदी की तेजी आई। जबकि नैस्डैक फ्यूचर्स में 1.71 फीसदी की बढ़त नजर आई।

ग्लोबल मार्केट में भीतेजी रही। अमेरिका-चीन ट्रेड तनाव को खत्म होने की उम्मीद के कारण निवेशकों के सेंटींमेंट में सुधार आया। इससे एशियाई शेयरों में तेजी आई तथा डॉलर में भी बढ़त। ऑस्ट्रेलिया, जापान और दक्षिण कोरिया में शुरुआती कारोबारी बढ़त देखने को मिली। जापान के टॉपिक्स इंडेक्स में लगातार 12वें सत्र में तेजी रही। ये अक्टूबर 2017 के बाद की सबसे बड़ी तेजी है।

पिछले कारोबारी सत्र में,निफ्टी 24,000 अंक से ऊपर बने रहने में कामयाब रहा था। निफ्टी को 21-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) के आसपास सपोर्ट मिला। बाजार जानकारों का कहना है कि मंदड़िये बाजार पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए निफ्टी को 24,000 से नीचे धकेलने का प्रयास कर सकते हैं। 23,900 से नीचे जाने पर बाजार में मंदी की संभावना बढ़ सकती है। एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि ऊपर की ओर 24,250 पर तत्काल रेजिस्टेंस है। इसके ऊपर जाने पर सेंटीमेंट में और सुधार हो सकता है।

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