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Hyundai Stocks: 2030 तक 26 मॉडल्स लॉन्च करने का प्लान, क्या अभी इनवेस्ट करने से होगी मोटी कमाई?

ह्यूंडई का स्टॉक पिछले साल एक्टूबर में सूचीबद्ध हुआ था। तब से इसने नाममात्र का रिटर्न दिया है।

ह्युंडई मोटर इंडिया के चौथी तिमाही के नतीजे मिलेजुले रहे। मार्च तिमाही में घरेलू बाजार में मांग कमजोर रही। हालांकि, साल दर साल आधार पर गाड़ियों की औसत बिक्री कीमतें करीब 1 फीसदी और तिमाही दर तिमाही आधार पर 5 फीसदी बढ़ीं। कंपनी ने घरेलू बाजार में डिस्काउंट घटाया। यह चौथी तिमाही में घटकर 2 फीसदी रह गया, जबकि तीसरी तिमाही में यह 2.6 फीसदी था। हालांकि, कम वॉल्यूम के बावजूद एबिड्टा में सिर्फ 20 बेसिस प्वाइंट्स की गिरावट आई। कंपनी का फोकस कॉस्ट में कमी लाने पर बना हुआ है।

घरेलू बाजार में मांग कमजोर रहने के आसार

Hyundai कॉस्ट में कमी लाने के लिए लोकल प्रोडक्शन पर जोर दे रही है। FY25 में साल दर साल आधार पर पैंसेजर व्हीकल (पीवी) इंडस्ट्री की ग्रोथ 2.5 फीसदी रही। इसमें ग्रामीण इलाकों में मजबूत डिमांड का हाथ है। यह शहरी इलाकों के मुकाबले मजबूत रही। अनुमान है कि ग्रामीण इलाकों में डिमांड स्ट्रॉन्ग बनी रहेगी। लेकिन, घरेलू बाजार में स्थितियां चुनौतीपूर्ण बनी रहेंगी। कंपनी का यह भी कहना है कि घरेलू बाजार में बिक्री की ग्रोथ इंडस्ट्री की ग्रोथ जितनी रहेगी।

एक्सपोर्ट्स की ग्रोथ 7-8 फीसदी रह सकती है

HMIL को FY26 में एक्सपोर्ट्स मार्केट की ग्रोथ 7-8 फीसदी रहने की उम्मीद है। घरेलू बाजारों में चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बीच कंपनी ने विदेशी बाजार में कारोबार के विस्तार पर फोकस किया है। कंपनी ने 2030 तक कुल रेवेन्यू में एक्सपोर्ट्स की हिस्सेदारी करीब 30 फीसदी तक ले जाने का टारगेट तय किया है। FY25 में यह हिस्सेदारी 22 फीसदी रही। एक्सपोर्ट पर फोकस से कंपनी लंबी अवधि में अच्छी ग्रोथ और डायवर्सिफिकेशन में मदद मिलेगी।

2030 26 मॉडल्स लॉन्च करने का टारगेट

कंपनी ने 2030 तक 26 मॉडल्स लॉन्च करने का टारगेट तय किया है। इनमें 20 मॉडल्स पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल करने वाले होंगे, जबकि 6 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) होंगे। इनमें कुछ नए मॉडल्स, कुछ अपडेट्स और प्रोडक्ट इन्हैंसमेंट्स शामिल होंगे। कंपनी FY26 और FY27 तक 8 मॉडल्स लॉन्च करने जा रही है। कंपनी की यह स्ट्रेटेजी मार्केट में उसकी पोजीशन मजबूत करेगी। कंपनी हर तरह के ग्राहक के लिए व्हीकल पेश करना चाहती है। इससे ब्रांड की विजिबिलिटी बढ़ेगी।

पुणे के नजदीक कंपनी लगा रही नया प्लांट

कंपनी पुणे के नजदीक एक नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगा रही है। इससे कंपनी की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी। इस प्लांट में उत्पादन इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुरू हो जाने की उम्मीद है। इस प्लांट में ICE (पेट्रोल-डीजल) और EV दोनों तरह की गाड़ियों का उत्पादन होगा। इससे कंपनी कुल उत्पादन क्षमता 2028 तक बढ़कर 11 लाख यूनिट्स हो जाएगी। कंपनी को उसके स्ट्रॉन्ग SUV पोर्टफोलियो का फायदा मिल रहा है। कोविड के बाद SUV की डिमांड बढ़ी है। कंपनी की कुल वॉल्यूम में अब एसयूवी की हिस्सेदारी 69 फीसदी हो गई है।

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क्या आपको निवेश करना चाहिए?

वैल्यूएशन की बात की जाए तो मारुति के शेयरों में FY27 की अनुमानित अर्निंग्स के 24.3 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। यह ह्युडई के 23.5 गुना से थोड़ा ज्यादा है। इस प्रीमियम के बावूजद ह्युंडई के मुकाबले मारुति का स्टॉक अट्रैक्टिव लगता है। इसकी वजह यह है कि मारुति बाजार की लीडर है। घरेलू ऑटो मार्केट में उसकी मजबूत पैठ है। ह्यूंडई का स्टॉक पिछले साल एक्टूबर में सूचीबद्ध हुआ था। तब से इसने नाममात्र का रिटर्न दिया है।

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