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Market Outlook: कंजम्पशन सेक्टर के बेहतर करने की उम्मीद, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में हैं निवेश का मौका

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मौके है। कैपिटल गुड्स सेक्टर में हमारा एक्सपोजर है। रिन्यूएबल, डिफेंस सेक्टर में निवेश किया है।

Market Outlook:  वीकली आधार पर बाजार ने पिछले हफ्ते की बढ़त गंवाई। सेंसेक्स- निफ्टी दोनों ही 1-1% की गिरावट लेकर बंद हुए। हालांकि वीकली आधार पर ब्रॉर्डर मार्केट ने अंडरपरफॉर्म किया, लेकिन Nifty Bank और Midcap में 2-2% की गिरावट रही। ऐसे में आगे बाजार की चाल और लार्ज एंड मिडकैप फंड की स्ट्रैटेजी पर बात करते हुए मोतीलाल ओसवाल एएमसी (Motilal Oswal AMC) के फंड मैनेजर अजय खंडेलवाल (Ajay Khandelwal) ने कहा कि बाजार में स्टेबिलिटी आ रही है। अर्निंग्स में भी पहले से सुधार आया है। GDP के नंबर्स भी अच्छे आए हैं। पिछले 2 महीनों में बाजार अच्छा हुआ। कंजम्पशन सेक्टर के बेहतर करने की उम्मीद है। रूरल सेक्टर भी बढ़िया कर रहा है। कंपनियों का ऑर्डर बुक, वैल्युएशन काफी अच्छे है।

मोतीलाल ओसवाल लार्ज एंड मिडकैप फंड की स्ट्रैटेजी? पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करने में मदद मिलती है। पोर्टफोलियो में स्थिरता के लिए अच्छी स्कीम है। लार्ज एंड मिडकैप फंड रिस्क को कम करने में मदद करता है। ग्रोथ और स्टेबिलिटी का फायदा एकसाथ मिलता है। मीडियम और लॉन्ग टर्म के लिए करें निवेश। लार्जकैप में 35% निवेश करना जरूरी जबकि मिडकैप में 35% निवेश करना जरूरी है। बाकी का 30% मिड, लार्ज या स्मॉलकैप में निवेश करें। कम से कम 70% पैसा टॉप 250 कंपनियों में है। हमारे पोर्टफोलियो में 25-30 स्टॉक्स हैं। हर एक स्टॉक्स में 2-6 % तक का एलोकेशन है। सही वैल्युएशन के साथ तीनों कैटेगरी का एक्सपोजर है। अर्निंग, बैलेंस शीट, कैशफ्लो पर फोकस होता है। हर क्वाटर में कंपनियों को ट्रैक करते हैं। कंपनियों की ऑर्डर बुक्स और मैनेजमेंट पर नजर रखते है।

उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मौके है। कैपिटल गुड्स सेक्टर में हमारा एक्सपोजर है। रिन्यूएबल, डिफेंस सेक्टर में निवेश किया है। डोमेस्टिक कंजप्शन पर बुलिश है। हेल्थकेयर सेक्टर में बेहतरीन मौके है। पोर्टफोलियो को अच्छे से डायवर्सिफाई किया गया ।

एक्सपोर्ट ओरिएंटेड सेक्टर पर राय देते हुए उन्होंने कहा कि कई सेक्टर में भारत का एक्सपोर्ट काफी सुधरा है। फार्मा, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में पहले से सुधार आया है। कैपिटल गुड्स सेक्टर बढ़िया कर रहे हैं। रॉ मटेरियल के एक्सपोर्ट में तेजी आई। लंबी अवधि के हिसाब से स्ट्रैटेजी तैयार की है।

डिफेंस सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि डिफेंस सेक्टर में एलोकेशन बढ़ाया है। कंपनियों की ऑर्डर बुक पर नजर बनी हुई है। स्थिति के हिसाब से स्ट्रैटेजी में बदलाव करेगे। रिस्क को कम करने पर काम कर रहे है। डिफेंस सेक्टर के वैल्युएशन थोड़े महंगे है।

(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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