शेयरों पर बिकवाली का दबाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। 3 मार्च को भी बाजार पर दबाव देखने को मिला। प्रमुख सूचकांक कभी हरे तो कभी लाल निशान में नजर आए। एक समय सेंसेक्स गिरकर 72,985 प्वाइंट्स पर आ गया था। निफ्टी भी 22000 के लेवल के करीब पहुंच गया था। निफ्टी 50 सितंबर 2024 के अपने हाई से 16 फीसदी टूट चुका है। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स दिसंबर 2024 के अपने ऑल-टाइम हाई से क्रमश: 22 फीसदी और 25 फीसदी क्रैश कर चुके हैं।
50% डिस्काउंट पर मिल रहे स्टॉक्स
बीते 5 महीनों से जारी गिरावट की वजह से Nifty 500 के कई स्टॉक्स 50 फीसदी तक गिर चुके हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसे के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट डॉ वीके विजयकुमार ने कहा, "विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली की वजह इंडियन मार्केट की हाई वैल्यूएशन और अट्रैक्टिव यूएस बॉन्ड्स यील्ड हैं।" उन्होंने कहा कि लार्जकैप स्टॉक्स की वैल्यूएशंस अब सही लेवल पर आ गई है। फाइनेंशियल स्टॉक्स अट्रैक्टिव दिख रहे हैं। 10 साल के यूएस बॉन्ड्स की यील्ड घटकर 4.21 फीसदी पर आ गई है। ऐसे में FIIs की बिकवाली घटने की उम्मीद है।
इंडियन इकोनॉमी में तेजी से शेयरों में लौटेगी हरियाली
उन्होंने कहा कि इंडियन इकोनॉमी की ग्रोथ को लेकर अच्छी खबर है। इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.2 फीसदी रही। यह दूसरी तिमाही में 5.6 फीसदी ग्रोथ से ज्यादा है। चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी से ज्यादा रहने की उम्मीद है। इससे पता चलता है कि इकोनॉमी में साइक्लिकल रिकवरी आ रही है। यह स्टॉक मार्केट के लिए अच्छी खबर है। उन्होंने कहा कि मार्केट में यह गिरावट लंबी अवधि के निवेशकों के लिए खरीदारी का मौका है।
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अच्छी कंपनियों के शेयरों में यह निवेश का शानदार मौका
इनवेस्टर्स अच्छी कंपनियों के शेयरों में कम भाव पर निवेश कर सकते हैं। फरवरी में ऑटो सेल्स के आंकड़े उत्साहजनक हैं। महिंद्रा एंड महिंद्रा और आयशर मोटर्स का प्रदर्शन शानदार रहा है। आईटी स्टॉक्स भी अट्रैक्टिव दिख रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो निवेशक इस मार्केट में टिके रहेंगे वे लंबी अवधि में अच्छा मुनाफा कमाएंगे। घबराहट में बिकवाली करने वाले इनवेस्टर्स नुकसान में रहेंगे।
बीते छह महीनों में निफ्टी 500 के इन शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट
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