Ola Electric Shares: इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में आज बिकवाली की ऐसी आंधी आई कि मार्केट खुलते ही शेयर करीब 10 फीसदी टूट गए।
Ola Electric Shares: इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में आज बिकवाली की ऐसी आंधी आई कि मार्केट खुलते ही शेयर करीब 10 फीसदी टूट गए। मार्च तिमाही में कंपनी का घाटा लगभग डबल होने के बाद घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट पर तो बिकवाली का दबाव और बढ़ गया। कोटक ने इसका टारगेट प्राइस ₹50 से घटाकर ₹30 कर दिया है। फिलहाल इसके शेयर बीएसई पर 5.99% की गिरावट के साथ ₹50.05 पर हैं। इंट्रा-डे में यह 9.71% टूटकर ₹48.07 पर आ गया था। इसके ₹76 के शेयर घरेलू स्टॉक मार्केट में 9 अगस्त 2024 को लिस्ट हुए थे। ओला इलेक्ट्रिक को कवर करने वाले आठ एनालिस्ट्स में से चार ने इसे खरीदारी, दो ने होल्ड और दो ने सेल रेटिंग दी है।
कैसी रही ओला इलेक्ट्रिक की मार्च तिमाही?
मार्च तिमाही में सालाना आधार पर ओला इलेक्ट्रिक का शुद्ध घाटा लगभग दोगुना होकर ₹416 करोड़ से ₹870 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान रेवेन्यू भी 61.8% फिसलकर ₹611 करोड़ पर आ गया। कंपनी का ऑपरेटिंग लॉस भी ₹312 करोड़ से बढ़कर ₹695 करोड़ पर आ गया। हालांकि आगे की बात करें तो कंपनी को उम्मीद है कि जून तिमाही में एडजस्टेड रेवेन्यू 23%-31% की रफ्तार से बढ़ेगा और डिलीवरी में 28% की तेजी आएगी।
कोटक ने क्यों घटा दिया Ola Electric का टारगेट प्राइस?
ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने ओला इलेक्ट्रिक की रेटिंग को रिड्यूस से घटाकर सेल कर दी है। सिर्फ यही नहीं, ब्रोकरेज फर्म ने इसका टारगेट प्राइस भी ₹50 से घटाकर ₹30 कर दिया है जोकि ₹76 के आईपीओ प्राइस से 60% और लिस्टिंग के बाद के रिकॉर्ड हाई ₹157 से 80% डाउनसाइड है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का कहना है कि हाई वारंटी प्रोविजंस और कमजोर वॉल्यूम के चलते मार्च तिमाही में ऑपरेटिंग लॉस (EBITDA Loss) उसकी उम्मीद से काफी अधिक रहा। ब्रोकरेज फर्म को आशंका है कि ब्रांड के कमजोर होने और बढ़ते कॉम्पटीशन के बीच यह स्थिति अभी बनी रहने वाली है।
कंपनी का भविष्य अब वॉल्यूम में बढ़ोतरी और बाइक्स की सफलता पर निर्भर है जिसे एग्जीक्यूटिव और क्रेडिटिबिलिटी से जुड़ी चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है। इसी के चलते कोटक ने इलेक्ट्रिक दोपहिया इंडस्ट्री की ग्रोथ के अनुमान और मोटरसाइकिल की लॉन्चिंग में देरी को देखते हुए ओला इलेक्ट्रिक के लिए वित्त वर्ष 2026-27 के लिए वॉल्यूम के अनुमान को 32% से घटाकर 34% कर दिया है। हालांकि लागत में कटौती की पहल, जनरेशन-3 प्लेटफॉर्म की तरफ शिफ्टिंग और वारंटी लागत में कमी के चलते चालू वित्त वर्ष से प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार की उम्मीद है। हालांकि वॉल्यूम का उम्मीद से कम होना, अभी भी परेशानी की बात बनी हुई है।
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