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RBI कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंकों को कैपिटल पोजीशन बढ़ाने को कह सकता है

हाल में उत्तर प्रदेश के स्मॉल फाइनेंस बैंक उत्कर्ष एसएफबी ने 750 करोड़ रुपये का फ्रेश इक्विटी कैपिटल जुटाने के प्लान को मंजूरी दी है।

आरबीआई की उन स्मॉल फाइनेंस बैंकों पर करीबी नजर है, जिनका कुल कैपिटल पोजीशन वित्त वर्ष 2023-24 के मुकाबले घटा है। मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है। कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंकों को आने वाली तिमाहियों में लॉस बर्दाश्त करने और कैपिटल से जुड़ी शर्तें पूरी करने के लिए कहा जा सकता है। एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर मनीकंट्रोल को बताया कि कम से कम 3-4 स्मॉल फाइनेंस बैंकों को अपना कैपिटल पोजीशन बढ़ाने को कहा जा सकता है। दरअसल, इस वित्त वर्ष की शुरुआत से कमजोर एसेट क्वालिटी की वजह से कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंकों का कैपिटल पोजीशन घटा है।

कई बैंकों के CRAR में कमी आई है

FY24 और FY25 की तीसरी तिमाही के बीच स्मॉल फाइनेंस बैंकों की ओवरऑल कैपिटल पोजीशन (CRAR या कैपिटल टू रिस्क वेट एसेट रेशियो) में 60-290 बेसिस प्वाइंट्स की कमी आई है। अगर सिर्फ कॉमन इक्विटी टियर-1 (CET-1) कैपिटल की बात की जाए तो इसमें करीब 90-320 बेसिस प्वाइंट्स की कमी आई है। CRAR वह रेशियो है जिससे किसी बैंक के लॉस बर्दाश्त करने और कैपिटल रिक्वायरमेंट पूरी करने की क्षमता का पता चलता है।

इन बैंकों के CRAR में सबसे ज्यादा कमी

कुछ बैंकों के CRAR में FY24 के बाद से ज्यादा कमी आई है। इनमें AU Small Finance Bank, Jana Small Finance Bank, Capital Small Finance Bank, Suryoday Small Finance Bank और Utkarsh Small Finance Bank शामिल हैं। Equitas SFB, Utkarsh SFB, AU SFB और Jana SFB के सीईटी-1 रेशियो में सबसे ज्यादा कमी देखने को मिली है। स्मॉल फाइनेंस बैंकों के लिए 16 फीसदी CRAR और 7.5 फीसदी CET-1 कैपिटल बनाए रखना जरूरी है।

आरबीआई के अधिकारियों ने पूछे थे सवाल 

हाल में उत्तर प्रदेश के स्मॉल फाइनेंस बैंक उत्कर्ष एसएफबी ने 750 करोड़ रुपये का फ्रेश इक्विटी कैपिटल जुटाने के प्लान को मंजूरी दी है। उत्कर्ष का कामन इक्विटी टियर-1 कैपिटल 31 दिसंबर, 2024 को 17.94 फीसदी था। यह एक साल पहले 21.49 फीसदी था। हाल में एसएफबी के प्रमुखों के साथ आरबीआई की मीटिंग हुई थी। इसमें केंद्रीय बैंक ने उनसे एसएफबी के बिजनेस और कैपिटल जुटाने के प्लान के बारे में पूछा था। बताया जाता है कि आरबीआई के अधिकारियों ने उन नए प्रोडक्ट्स और बिजनेस लाइन के बारे में भी सवाल किए थे, जिसे एसएफबी अगले तीन सालों में शुरू करने जा रहे हैं।

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