सोमवार यानी 9 जून से शुरू हो रहे हफ्ते में बाजार में सकारात्मक रुख बने रहने की संभावना है।
Stock Market Outlook: पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार ने 1 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की, जो लगातार दो हफ्तों की कमजोरी के बाद आई है। इसकी बड़ी वजह आरबीआई का चौंकाने वाला फैसला रहा है, जिसमें उनसे रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट (bps) की कटौती कर दी। मार्केट को 25 bps कटौती की उम्मीद थी।
अब सोमवार यानी 9 जून से शुरू हो रहे हफ्ते में बाजार में सकारात्मक रुख बने रहने की संभावना है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका का मानना है कि भारतीय बाजारों में अब एक धीमी, लेकिन स्थिर तेजी देखने को मिलेगी, खासकर RBI की उम्मीद से ज्यादा दर कटौती और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की चर्चाओं की वजह से।
खेमका ने कहा कि ब्याज दर से जुड़े क्षेत्रों के अलावा मानसून-आधारित क्षेत्रों जैसे फर्टिलाइजर, एग्रो-केमिकल, रूरल फाइनेंस और टू-व्हीलर्स भी फोकस में रहेंगे, क्योंकि 2025 में सामान्य से बेहतर मानसून की भविष्यवाणी की गई है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेताया कि अमेरिकी टैरिफ नीति में कोई असामान्य बदलाव और भूराजनीतिक तनाव अस्थिरता ला सकते हैं।
आइए जानते हैं उन 10 प्रमुख फैक्टर के बारे में, जो अगले हफ्ते बाजार की दिशा और दशा तय करेंगे।
CPI महंगाई दर
निवेशकों की नजर 12 जून को जारी होने वाले उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) महंगाई दर के आंकड़ों पर नजर बनाए रखेंगे। यह RBI के ब्याज दर निर्णय के लिए एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है। अधिकांश अर्थशास्त्री वर्ष 2025 के लिए महंगाई दर को 4 प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे मान रहे हैं।
इसके अलावा, मई महीने का व्यापार संतुलन डेटा और 6 जून को खत्म सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े भी 13 जून को जारी होंगे।
अमेरिकी महंगाई दर
वैश्विक स्तर पर निवेशकों की निगाहें 11 जून को जारी होने वाले अमेरिका के महंगाई दर आंकड़े पर रहेंगी। वैश्विक अर्थशास्त्रियों के अनुसार, मई में महंगाई और कोर महंगाई दर पिछले महीने के 2.3 प्रतिशत और 2.8 प्रतिशत के मुकाबले थोड़ी बढ़ सकती है, जिसका प्रभाव टैरिफ दरों के कारण हो सकता है।
इसके अलावा मई माह के उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) और साप्ताहिक रोजगार आंकड़े भी महत्वपूर्ण रहेंगे।
ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा
अगले हफ्ते में चीन के महंगाई दर, PPI और वाहन बिक्री के आंकड़े भी जारी होंगे। जापान जनवरी-मार्च तिमाही के लिए GDP आंकड़े और PPI की घोषणा करेगा।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौता
आर्थिक आंकड़ों के अलावा निवेशकों की नजर भारत-अमेरिका व्यापार वार्ताओं में हुई प्रगति पर भी रहेगी। दोनों देशों के बीच टैरिफ और ऩन-टैरिफ बाधाओं को कम करने और सप्लाई चेन को बढ़ावा देने के लिए बातचीत चल रही है।
रॉयटर्स ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि कृषि और ऑटो सेक्टर में टैरिफ कटौती पर सहमति बनाने के लिए वार्ता अगले सप्ताह तक बढ़ा दी गई हैं, ताकि 9 जुलाई से पहले एक अंतरिम समझौते को अंतिम रूप दिया जा सके।
विदेशी निवेशकों का रुख
बाजार की नजर विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के मूड पर भी नजर रहेगी क्योंकि उन्होंने पिछले सप्ताह 3,566 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। यह निकासी का लगातार तीसरा हफ्ता रहा। हालांकि मई में जबरदस्त खरीदारी देखी गई थी। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने FII की बिकवाली की भरपाई करते हुए 25,513 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीद की और अगस्त 2023 से लगातार निवेश जारी रखा है।
अमेरिकी डॉलर सूचकांक सप्ताह के दौरान 0.24 प्रतिशत गिरकर 99.202 पर बंद हुआ, जो सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से नीचे बना रहा। वहीं, अमेरिकी 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड 2.5 प्रतिशत बढ़कर 4.508 प्रतिशत हो गई।
IPO बाजार का हाल
प्राइमरी मार्केट में अगले हफ्ते चार IPO खुलने वाले हैं, जिनमें से एक Mainboard सेगमेंट से है। Oswal Pumps का IPO 13 जून को दलाल स्ट्रीट पर आएगा। वहीं, SME सेगमेंट से Sacheerome का IPO 9 जून, Jainik Power and Cables का IPO 10 जून, और Monolithisch India का IPO 12 जून को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा।
इसके अलावा, Ganga Bath Fittings की लिस्टिंग 11 जून को NSE Emerge पर होगी।
टेक्निकल व्यू
तकनीकी रूप से बाजार की स्थिति पिछले दो सप्ताह की बिकवाली के बाद अब बेहतर दिख रही है। शुक्रवार की मजबूत तेजी के साथ Nifty 50 ने सभी प्रमुख मूविंग एवरेज (10, 20, 50 और 200-सप्ताह EMA) से ऊपर कारोबार किया, जिसमें अच्छे वॉल्यूम के साथ MACD और RSI में सकारात्मक क्रॉसओवर दर्ज हुआ।
Bollinger Bands दोनों ओर फैल गए हैं, और ऊपरी रेखा 25,300 का लक्ष्य दिखा रही है। कुल मिलाकर, 25,000 का स्तर इंडेक्स के लिए एक अहम जोन माना जा रहा है। इसके ऊपर टिके रहना 25,200 और 25,500 के स्तरों का रास्ता खोल सकता है। वहीं, 24,800 और 24,500 पर मजबूत सपोर्ट माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, इंडेक्स एक डाउनट्रेंड रेसिस्टेंस लाइन ब्रेकआउट के करीब है और इसके ऊपर मजबूत तेजी से इनकार नहीं किया जा सकता।
F&O संकेत
वीकली ऑप्शंस डेटा के अनुसार, 25,000 का स्तर Nifty 50 की दिशा तय करने के लिहाज से अहम होगा। वहीं 25,500 पर रेसिस्टेंस और 24,800-24,700 पर सपोर्ट है।
मैक्सिमम कॉल ओपन इंटरेस्ट 26,000 के स्ट्राइक प्राइस पर है, इसके बाद 25,500 और 25,000 के स्ट्राइक्स पर है। कॉल राइटिंग सबसे अधिक 25,500 के स्ट्राइक पर हुई है, इसके बाद 25,600 और 26,000 पर। पुट साइड में 25,000 पर अधिकतम ओपन इंटरेस्ट है, इसके बाद 24,700 और 24,800 पर, जबकि अधिकतम पुट राइटिंग 25,000, फिर 24,900 और 24,600 स्ट्राइक पर दर्ज की गई है।
India VIX
India VIX शेयर बाजार की अस्थिरता को मापता है। यह लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट में रहा और 15 के नीचे बंद हुआ, जिससे बाजार में बुल्स को और मजबूती मिली है। अगर यह 15 के नीचे बना रहता है, तो और राहत मिल सकती है। यह सप्ताह में 9 प्रतिशत गिरकर 14.63 पर बंद हुआ और सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से नीचे चला गया।
Corporate Action
अगले हफ्ते कई कंपनियों में डिविडेंड और स्टॉक स्प्लिट जैसे कई कॉर्पोरेट एक्शन भी दिखेंगे। (देखें चार्ट)
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