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Stock Market Crash: शेयर बाजार में इन 5 कारणों से मची तबाही, सेंसेक्स 1200 अंक टूटा, ₹7 लाख करोड़ डूबे

Stock market crash: इजराइल-ईरान तनाव के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में 13% तक की भारी तेजी देखी गई

Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजारों में आज 13 जून को भारी गिरावट देखने को मिली। निफ्टी की शुरुआत 415 अंकों की गिरावट के साथ 24,500 के नीचे हुई, जबकि सेंसेक्स में शुरुआती कारोबार में 1,200 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई। मिडिल ईस्ट में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और क्रूड ऑयल के दाम में तेज उछाल ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। इसके चलते शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली देखने को मिली। निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 400 अंक टूट गया।

मार्केट एक्सपर्ट्स ने बताया कि शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे 4 प्रमुख कारण रहे-

1. ईरान पर इजराइल का हमला

शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह रही ईरान पर इजराइल का हमला।  इजराइल ने शुक्रवार तड़के ईरान की राजधानी तेहरान में बड़े हवाई हमले किए। जिन टारगेट्स को निशाना बनाया गया, वे ईरान के न्यूक्लियर फैसिलिटीज से जुड़े थे। यह हमला UN न्यूक्लियर वॉचडॉग की एक रिपोर्ट के बाद हुआ, जिसमें दावा किया था ईरान परमाणु अप्रसार संधि (NPT) का उल्लंघन कर रहा है और वह अपने परमाणु कार्यक्रमों की पूरी जानकारी नहीं दे रहा है। इस हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खमेनेई ने 'कड़े पलटवार' की चेतावनी दी है। ससे मिडिल ईस्ट में भूराजनीतिक तनाव बढ़ गया है, जिसके चलते निवेशकों में आज घबराहट दिखी।


2. क्रूड ऑयल के दाम में तेज उछाल

ईरान-इजरायल तनाव का सीधा असर क्रूड ऑयल की कीमतों पर दिखा। अंतराषट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल का दाम 13% तक उछल गया, जो भारत जैसे क्रूड खरीदार देशों के लिए बुरी खबर है। ब्रेंट क्रूड का भाव 10.28% चढ़कर $76.48 प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं अमेरिकी WTI क्रूड का भाव 11.38% उछलकर $75.82 प्रति बैरल पर पहुंच गया। क्रूड का दाम बढ़ने से इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलिमय जैसी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आई।

निवेशकों का आशंका है कि मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने से क्रूड सप्लाई बाधित हो सकती है। भारत अपनी 85% से ज्यादा तेल जरूरतें इंपोर्ट करता है। ऐसे में इस बढ़ोतरी से ट्रेड डेफिसिट बढ़ेगा और रुपये पर भी दबाव बढ़ेगा। साथ ही महंगाई दर भी बढ़ सकती है।

3. विदेशी निवेशकों की बिकवाली

विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार पिछले 2 दिनों से शेयर बाजार में बिकवाल बने हुए हैं। गुरुवार 12 जून को उन्होंने 3,831.42 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। इससे पहले बुधवार को भी उन्होंने शेयर बाजार से 446.31 करोड़ रुपये निकाले थे। इससे बाजार पर दबाव और बढ़ गया है।

4. ग्लोबल बाजारों से कमजोर संकेत

ईरान-इजराइल तनाव के चलते ग्लोबल बाजारों में भी आज बिकवाली का माहौल रहा। डाओ फ्यूचर्स 600 प्वाइंट से ज्यादा टूटा है। एशियाई बाजारों में भी तेज गिरावट देखने को मिला। ताइवान का बाजार 0.50 फीसदी, हांग कांग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.85 फीसदी, साउथ कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 1.22 फीसदी और चीन का शंघाई कम्पोजिट इंडेक्स 0.59 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। गिफ्ट निफ्टी पौने दो सौ प्वाइंट फिसला है।

5. भारतीय रुपये में कमजोरी

शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट देखने को मिला। भारतीय रुपया 66 पैसे गिरकर 86.18 प्रति डॉलर पर आ गया। जबकि गुरुवार को रुपया 85.60 के स्तर पर बंद हुआ था। इससे भी निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर पड़ा है।

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