आईटी सेक्टर पर वैश्विक मंदी की आशंका का असर, दिसंबर से 19% टूटा स्टॉक
Last Updated- February 26, 2025 | 11:22 PM IST
आईटी प्रमुख टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयरों में दबाव जारी रहा और मंगलवार के कारोबारी सत्र के दौरान बीएसई पर 1 फीसदी की गिरावट के साथ यह 3,624.90 रुपये पर पहुंच गया जो आठ महीने का निचला स्तर है। पिछले दो दिनों में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनी के शेयरों की कीमत में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंकाओं के कारण 4 फीसदी की गिरावट आई है। अब यह 4 जून, 2024 के अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर 3,593.30 रुपये के करीब कारोबार कर रहा है।
बीएसई पर टीसीएस ने दिसंबर महीने के अपने उच्चतम स्तर 4,494 रुपये से 19 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। पिछले महीने उसने 11 फीसदी की गिरावट के साथ बाजार से खराब प्रदर्शन किया। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स में 1 फीसदी की गिरावट आई और बीएसई आईटी इंडेक्स में 6.7 फीसदी की नरमी दर्ज हुई। टीसीएस बीएफएसआई, संचार, विनिर्माण, खुदरा और उच्च तकनीक में मौजूदगी के साथ अग्रणी आईटी सेवा प्रदाताओं में से एक है।
निर्यात पर निर्भर उद्योग (जैसे आईटी सेवाएं, रसायन और ऑटोमोबाइल निर्यात) धीमी वैश्विक आर्थिक वृद्धि, आपूर्ति श्रृंखला में बाधा और मूल्य निर्धारण के दबाव से जूझ रहे हैं। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के अनुसार वृद्धि के पारंपरिक वाहक आईटी क्षेत्र में सौदों की रफ्तार भी कमजोर है और ग्राहक खर्च में सतर्कता दिखा रहे हैं, जबकि वैश्विक जिंसों की कीमतों में कमी और अंतरराष्ट्रीय मांग में कमी के कारण रासायनिक निर्यात दबाव में है।
13 जनवरी 2025 से कंपनी के दिसंबर 2024 तिमाही के परिणामों के बाद टीसीएस के शेयर में 16 फीसदी की गिरावट आई है। तब इसने 7.54 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज किया था जो तिमाही आधार पर 1.7 फीसदी कम और सालाना आधार पर 3.5 फीसदी ज्यादा था। कंपनी का एबिटा मार्जिन 24.5 फीसदी रहा जो तिमाही आधार पर करीब 40 आधार अंक ज्यादा है।
तिमाही के दौरान जब वैश्विक मुद्राओं में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला तब टीसीएस के मजबूत निष्पादन, लागत प्रबंधन और कुशल मुद्रा जोखिम प्रबंधन ने मार्जिन में सुधार और मुक्त नकदी प्रवाह हासिल करने में मदद की। प्रबंधन ने कहा कि प्रतिभा और बुनियादी ढांचे में अनुशासित निवेश से दीर्घकालिक व्यावसायिक प्रगति को अच्छा समर्थन मिलेगा।
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही की आय के बाद केआर चोकसी शेयर्स ऐंड सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने वित्त वर्ष 2026 के ईपीएस अनुमान को संशोधित कर 153.9 रुपये (पहले 158.2 रुपये) कर दिया है जो कि मार्जिन में उम्मीद से कम सुधार को दर्शाता है। प्रबंधन का लक्ष्य 26.0-28.0 फीसदी के एबिटा मार्जिन का है। लेकिन ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि उसे धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद है, जिसमें वित्त वर्ष 2027 तक सार्थक मार्जिन विस्तार की संभावना है। विश्लेषकों ने कहा कि यह मजबूत सौदे और बेहतर विवेकाधीन खर्च से आगे बढ़ेगा।
First Published - February 26, 2025 | 11:21 PM IST
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