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अब Gensol Engineering के सीएफओ ने छोड़ी कंपनी, इस्तीफे में अपनी बेबसी का किया जिक्र

Gensol Engineering के सीएफओ का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब कुछ दिनों पहले इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) ने जेनसोल इंजीनियरिंग के खिलाफ 510 करोड़ रुपए के डिफॉल्ट मामले में दिवाला याचिका दायर की है।

Gensol Engineering News: नियामकीय जांच से जूझ रही जेनसोल इंजीनियरिंग (Gensol Engineering) के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जाबिरमेहंदी मोहम्मदरजा आगा (Jabirmahendi Mohammedraza Aga) ने इस्तीफा दे दिया है। उनका यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब कुछ दिनों पहले इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) ने जेनसोल इंजीनियरिंग के खिलाफ 510 करोड़ रुपए के डिफॉल्ट मामले में दिवाला याचिका दायर की है। उनके इस्तीफे की जानकारी कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में दी है। फाइलिंग में मुहैया कराई गई जानकारी के मुताबिक उन्होंने 16 मई की तारीख में अपना इस्तीफा दिया है। बता दें कि कंपनी इस समय अपने कारोबार में गड़बड़ियों और प्रमोटर्स की संदिग्ध गतिविधियों के चलते भारी दबाव से जूझ रही है और इसका जिक्र आगा ने अपने इस्तीफे में भी किया है।

क्या लिखा है CFO ने अपने इस्तीफे में?

अपने इस्तीफे में आगा ने लिखा हैं कि कंपनी इस समय गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है, क्योंकि कई नियामक संस्थाएं जांच कर रही हैं। टॉप मैनेजमेंट पहले ही अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे चुका है। इसके अलावा, कंपनी के अलग-अलग विभागों में महत्वपूर्ण डेटा व्यवस्थित ढंग से नहीं हैं जिससे चल रही जांचों का प्रभावी ढंग से जवाब देने की क्षमता पर निगेटिव इफेक्ट पड़ रहा हैं। इसके आगे आगा ने अपने लेटर में लिखा है कि इन परिस्थितियों में उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक रूप से असर पड़ रहा है, जिससे अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करना पूरी तरह से असंभव हो गया है। इन वजहों के बारे में लिखते हुए आगा ने लिखा कि उन्होंने इस्तीफा देने का कठिन फैसला कर लिया। उनका मानना है कि मौजूदा कठिन परिस्थितियों में यह कंपनी के हित में है। बता दें कि 12 मई को कंपनी के एमडी अनमोल सिंह जग्गी और पूर्णकालिक निदेशक पुनीत सिंह जग्गी ने इस्तीफा दिया था। सेबी ने जेनसोल और जग्गी भाइयों पर अगली नोटिस तक सिक्योरिटीज मार्केट में एंट्री पर रोक लगा दिया है।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

जेनसॉल इंजीनियरिंग के शेयर पिछले साल 24 जून 2024 को 1125.75 रुपये पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है। शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और इस हाई लेवल से 11 महीने में यह 95 फीसदी से अधिक फिसलकर 13 मई 2025 को 51.84 रुपये के भाव पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। निचले स्तर पर शेयर संभले और खरीदारी के दम पर करीब 28 फीसदी रिकवर हुए लेकिन अब भी एक साल के हाई से यह 94 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है। 16 मई शुक्रवार को बीएसई पर यह 5 फीसदी के अपर सर्किट 66.29 पर बंद हुआ था।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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