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जेएसडब्ल्यू एनर्जी का लक्ष्य 30 गीगावॉट उत्पादन क्षमता

कंपनी की परिचालन क्षमता 10.8 गीगावॉट थी। वर्तमान में यह क्षमता बढ़कर 12.2 गीगावॉट हो गई है और 18 गीगावॉट का ऑर्डर प्रस्ताव है जिसे साल 2030 तक पूरा किए जाने की संभावना है।

Last Updated- April 20, 2025 | 10:37 PM IST

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प्रतीकात्मक तस्वीर

जेएसडब्ल्यू एनर्जी साल 2030 तक या उससे पहले 30 गीगावॉट की स्थापित क्षमता तक पहुंचने की महत्त्वाकांक्षा लेकर चल रही है। यह उसके मौजूदा लक्ष्य 20 गीगावॉट की तुलना में काफी ज्यादा है। कंपनी 24 अरब डॉलर वाले जेएसडब्ल्यू समूह की बिजली उत्पादन इकाई है।
वित्त वर्ष 2025 के अंत में सज्जन जिंदल की कंपनी की परिचालन क्षमता 10.8 गीगावॉट थी। वर्तमान में यह क्षमता बढ़कर 12.2 गीगावॉट हो गई है और 18 गीगावॉट का ऑर्डर प्रस्ताव है जिसे साल 2030 तक पूरा किए जाने की संभावना है। जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने पहले वित्त वर्ष 30 तक 20 गीगावॉट उत्पादन क्षमता और 40 गीगावॉट प्रति घंटा भंडारण क्षमता का लक्ष्य तय किया था।

जेएसडब्ल्यू एनर्जी के संयुक्त प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी शरद महेंद्र ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि तीन साल पहले कंपनी ने रणनीति 2.0 का ऐलान किया था जिसका लक्ष्य वित्त वर्ष 30 तक 20 गीगावॉट उत्पादन क्षमता हासिल करना था। पहली महत्त्वपूर्ण उपलब्धि वित्त वर्ष 25 तक 10 गीगावॉट क्षमता हासिल करना रही। उन्होंने कहा, ‘हमने वित्त वर्ष 25 का समापन 10.8 गीगावॉट के स्तर के साथ किया है और अब हम 12.2 गीगावॉट पर हैं। हमें पूरा विश्वास है कि हम वित्त वर्ष 30 से काफी पहले 20 गीगावॉट क्षमता हासिल कर लेंगे।’ उम्मीद की जा रही है कि जेएसडब्ल्यू एनर्जी अगले दो से तीन महीने में वित्त वर्ष 30 के लिए संशोधित आंकड़ों के साथ रणनीति 3.0 के संग आएगी।

जेएसडब्ल्यू एनर्जी का ध्यान फिलहाल नई परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर है। पूरी 18 गीगावॉट क्षमता आंतरिक स्रोत के जरिये है। हालांकि अगर अधिग्रहण-साझेदारी के अवसर आते हैं, तो कंपनी इन पर विचार कर सकती है। पाइपलाइन की 18 गीगावॉट क्षमता में पश्चिम बंगाल के सालबोनी में 1,600 मेगावॉट का थर्मल संयंत्र भी शामिल है। इस परियोजना में 16,000 करोड़ रुपये का निवेश राज्य में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े निवेश में से एक है। इस परियोजना की घोषणा सज्जन जिंदल ने इस साल फरवरी में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में की थी। शरद महेंद्र ने कहा, ‘यह समूह के इतिहास में किसी नई परियोजना में सबसे बड़ा निवेश है।’

First Published - April 20, 2025 | 10:37 PM IST

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