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भारत-पाक तनाव के बीच 7 मई को मॉक ड्रिल, PM मोदी ने ली सेना की तैयारियों की समीक्षा

हवाई हमले की चेतावनी, ब्लैकआउट और निकासी अभ्यास की तैयारी; ईरान-रूस और UN ने की शांति की अपील

Last Updated- May 05, 2025 | 11:21 PM IST

India-Pakistan Tension

पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कई राज्यों से 7 मई को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है। सूत्रों ने बताया कि ड्रिल के दौरान किए जाने वाले उपायों में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाने और नागरिकों को किसी भी हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए सुरक्षा पहलुओं पर प्रशिक्षण देना शामिल है।

सरकार में आज दिन भर गहमा-गहमी रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह के साथ बैठक की। ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने सशस्त्र बलों की युद्ध तैयारियों के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी। इससे पहले शनिवार और रविवार को वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। सूत्रों के अनुसार बुधवार की मॉक ड्रिल में दुर्घटना की स्थिति में ब्लैकआउट उपाय, महत्त्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों की रक्षा तथा निकासी योजनाओं को अपडेट करने एवं उनका पूर्वाभ्यास करना शामिल होगा।

इस्लामाबाद की यात्रा पर पहुंचे ईरान के विदेश मंत्री वहां से दिल्ली आएंगे। उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने का आग्रह किया। उधर रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने मोदी से फोन पर बात कर आंतक के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने की बात कही है। पुतिन ने सालाना द्विपक्षीय सम्मेलन में शिरकत करने के लिए भारत आने की पुष्टि की है। देर शाम संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पिछले कई वर्षों के मुकाबले इस बार उच्चतम स्तर पर है और ऐसे में दोनों पक्षों को संयम बरतना चाहिए तथा तनाव को दूर करना चाहिए।

गुतारेस ने शांति के लिए दोनों देशों की सरकारों की मदद करने की पेशकश दोहराई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को जम्मू के अखनूर सेक्टर में लोगों को पैदल चिनाब नदी पार करने के खिलाफ चेतावनी दी। नदी में पानी का बहाव काफी कम था और सैकड़ों ग्रामीण नदी में सोने-चांदी के आभूषण और सिक्के खोजते देखे गए।

अधिकारियों ने बताया कि रामबन और रियासी जिलों में बगलिहार और सलाल बांधों से नदी का बहाव रोकने के कारण जलस्तर में गिरावट आई है।
एक अन्य महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम में आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी से जुड़े संस्थानों सहित कई वेबसाइटों को हैक करने का प्रयास किया गया है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि साइबर सुरक्षा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, आगे सेंधमारी के प्रयासों से बचाव के लिए डिजिटल सुरक्षा तंत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक उपाय किए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि कम से कम चार आर्मी पब्लिक स्कूल को हैकरों ने निशाना बनाया। रक्षा मंत्रालय के आर्म्ड व्हीकल कॉरपोरेशन की वेबसाइट भी ठप रही।

First Published - May 5, 2025 | 11:21 PM IST

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