3 घंटे पहले 1

मार्केट क्या अपने सबसे निचले स्तर के करीब है? इन तीन संकेतों से आप भी लगा सकते हैं पता

स्टॉक मार्केट में 4 मार्च को लगातार 10वें दिन गिरावट देखने को मिली। हालांकि, राहत की बात यह रही कि शुरुआत में तेज गिरावट के बाद प्रमुख सूचकांक काफी हद तक संभलने में कामयाब रहे। दूसरा, निफ्टी दोपहर तक 22,000 से उपर बना हुआ था। ऐसे में कई इनवेस्टर्स के मन में यह सवाल चल रहा है कि क्या मार्केट अपने निचले स्तर के करीब पहुंच गया है? कुछ इनवेस्टर्स इसलिए यह सवाल पूछ रहे हैं क्योंकि उनकी नजरें फरवरी में विदेशी फंडों की बिकवाली के डेटा पर है। दरअसल, जनवरी के मुकाबले फरवरी में विदेशी फंडों की बिकवाली काफी कम रही।

हर कोई मार्केट का बॉटम जानना चाहता है

कोटक महिंद्रा एएमसी के एमडी और सीईओ निलेश शाह (Nilesh Shah) ने सीएनबीसी-टीवी18 के साथ बातचीत में 4 मार्च को कई अहम बातें बताईं। पहले तो मजाकिया अंदाज में उन्होंने बताया कि आम तौर पर पार्टी में लोग उन्हें पहचानते नहीं हैं। उनसे बातचीत करने के लिए लोग तभी आते हैं, जब उनके मन में मार्केट के बॉटम (Market Bottom) को लेकर सवाल होते हैं। हालांकि, इसके बाद शाह ने मार्केट के सबसे निचले स्तर और उसकी पहचान के बारे में कुछ बड़ी बातें बताईं।

विदेशी फंडों की बिकवाली एक बड़ा संकेत

शाह ने कहा कि कुछ ऐसे संकेत हैं, जिनसे यह पता लगाया जा सकता है कि मार्केट सबसे निचले स्तर यानी अपने बॉटम के करीब है। सबसे बड़ा संकेत विदेशी फंडों (FIIs) की बिकवाली से मिलता है। अगर विदेशी संस्थागत निवेशकों की आक्रामक बिकवाली रुक गई है या उन्होंने खरीदारी शुरू कर दी है तो यह मार्केट के निचले स्तर पर पहुंच जाने का संकेत है। जनवरी में विदेशी फंडों ने इंडियन मार्केट में 9 अरब डॉलर की बिकवाली की थी। फरवरी में उन्होंने 4 अरब डॉलर की बिकवाली की। अब मार्च में उनकी बिकवाली पर नजरें लगी हैं।

वैल्यूएशन पर करीबी नजर बनाए रखें

उन्होंने कहा कि वैल्यूएशन दूसरा बड़ा संकेत है, जिससे आप पता लगा सकते हैं कि मार्केट अपने बॉटम के करीब है। उन्होंने कहा, "आखिरकार स्टॉक अर्निंग्स का गुलाम है। आप जब स्टॉक खरीदते हैं तो आपको एक वैल्यू मिलती है, जिसके लिए आप प्राइस चुकाते हैं। इसलिए अगर वैल्यूएशन सस्ता है यानी फॉरवर्ड अर्निंग्स का 14 गुना या 15 गुना है तो आप पक्के तौर पर कह सकते हैं कि मार्केट अपने बॉटम से ऊपर आ रहा है।"

यह भी पढ़ें: Short Call: मार्च में भी मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में जारी रहेगा कत्लेआम, जानिए वजह

जियोपॉलिटिकल टेंशन में कमी

शाह ने जियोपॉलिटिकल संकेतों को तीसरे नंबर पर रखा। उन्होंने कहा, "आज जो स्थिति है, उसमें अमेरिका टैरिफ बढ़ा रहा है। अमेरिकी मार्केट्स गिर रहे हैं। इसका असर दूसरे मार्केट्स पर भी पड़ रहा है। यह ऐसी स्थिति हैं जिससे ट्रेड को फायदे से ज्यादा नुकसान हो रहा है। अगर इस स्थिति में बदलाव आता है तो मार्केट बॉटम से ऊपर आने लगेगा।" हालांकि, उन्होंने यह कहा कि मार्केट अपने निचले स्तर से कब ऊपर आएगा, यह पता करने के लिए कोई सटीक तरीका नहीं है।

पूरा लेख पढ़ें

ट्विटर से

टिप्पणियाँ