हिंदी न्यूज़बिजनेसरिलायंस इंफ्रा के शेयर 13 परसेंट की तेजी के साथ 52-हफ्ते के हाई लेवल पर पहुंचे, NCLAT से मिली बड़ी राहत
Reliance Infrastructure: रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में बुधवार को तेजी देखने को मिली क्योंकि NCLT ने कंपनी को इंसॉल्वेंसी रेजॉल्यूशन प्रोसेस में शामिल किए जाने के आदेश को निलंबित कर दिया.
By : एबीपी बिजनेस डेस्क | Edited By: अरिजिता सेन | Updated at : 04 Jun 2025 06:35 PM (IST)
रिलायंस इंफ्रा
Source : Freepik
Reliance Infrastructure: रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में बुधवार, 4 जून को गजब की तेजी देखने को मिली. इंट्रा-डे कारोबार में कंपनी का शेयर BSE पर 13 परसेंट बढ़कर 52-हफ्ते के हाई लेवल 385.90 रुपये पर पहुंच गया. कंपनी के शेयरों में यह बढ़ोतरी नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) से एक बड़ी राहत मिलने के बाद आई. NCLAT ने उस आदेश को निलंबित कर दिया है, जिसमें कंपनी को इंसॉल्वेंसी (Insolvency) रेजॉल्यूशन प्रोसेस में शामिल किया गया था.
IDBI ट्रस्टीशिप ने दायर की थी याचिका
30 मई को NCLAT की मुंबई शाखा के इस फैसले के बाद निवेशकों के चेहरे खुशी से खिल गए. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने एक्स्चेंज फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी है कि 30 मई को NCLAT ने मूल रूप से जारी किए गए दिवालियापन आदेश पर रोक लगा दी है. अप्रैल 2022 में IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज लिमिटेड रिलायंस इंफ्रा को दिवालिया घोषित करने की याचिका दायर की थी, जिसमें 88.68 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट का दावा किया गया था और 1.25 परसेंट प्रति महीने ब्याज की मांग की गई थी.
इसलिए उठी थी कार्रवाई की मांग
यह याचिका धुरसर सोलर पावर प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े एक विवाद के सिलसिले में थी, जिसने 2012 में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ऊर्जा खरीद को लेकर एक समझौता किया था. IDBI ट्रस्टीशिप के मुताबिक, रिलायंस इंफ्रा ने सोलर एनर्जी की सप्लाई के लिए 2017 और 2018 के बीच जारी किए गए 10 चालानों का भुगतान समय से नहीं किया. धुरसर सोलर की ओर से काम करने वाली ट्रस्टीशिप फर्म ने समझौते के तहत बकाए का भुगतान करने और दिवाला एवं दिवालियापन संहिता (आईबीसी) के तहत कार्रवाई की मांग की थी.
रिलायंस ने दी ये सफाई
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का कहना है कि उसने धुरसर सोलर पावर को पूरे 92.68 करोड़ रुपये चूका दिए हैं. इसमें मूल राशि के साथ ब्याज भी शामिल है इसलिए इंसॉल्वेंसी का प्रोसेस शुरू करने का अब कोई तुक नहीं बनता है. पेमेंट के बाद रिलायंस इंफ्रा के तर्क से सहमत होते हुए NCLAT ने आदेश को निलंबित कर दिया, जिससे कंपनी तत्काल राहत मिली इंसॉल्वेंसी प्रॉसेस में घसीटे जाने का जोखिम टल गया. इससे कंपनी के शेयरों पर भी निवेशकों का भरोसा लौटा और शेयर एक साल के अपने हाई लेवल पर पहुंच गए.
ये भी पढ़ें:
लार्सन एंड टुब्रो को राजस्थान से मिला 2500 करोड़ का ऑर्डर, शेयरों में दिख सकती है तेजी
Published at : 04 Jun 2025 06:35 PM (IST)
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, बिजनेस और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
Sponsored Links by Taboola
चिन्नास्वामी स्टेडियम की दीवारों पर चढ़े फैंस, अचानक मच गई चीख-पुकार; RCB विक्ट्री परेड में पसर गया मातम!
'वो तकिया बब्बर शाह मस्जिद थी...', गुरुद्वारे पर दिल्ली वक्फ बोर्ड का दावा, सुप्रीम कोर्ट बोला- पर आप सुनिए...
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
जातीय जनगणना की तारीख का यूपी चुनाव से कनेक्शन! कैसे? समझें यहां
दिल्ली के रोहिणी में बिल्डिंग गिरी, 4-5 लोगों के दबे होने की आशंका, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
टिप्पणियाँ