Nifty में अभी 12 महीने के ट्रेलिंग बेसिस पर 20.35 के पीई पर ट्रेडिंग हो रही है। मार्केट में रिकवरी शुरू होते ही वैल्यूएशन बढ़ने लगेगी।
अगर आप शेयरों में निवेश से मोटी कमाई करना चाहते हैं तो आपको इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। दिग्गज शेयरों की वैल्यूएशन अट्रैक्टिव लेवल पर आ गई हैं। पता नहीं इतना अट्रैक्टिव वैल्यूशन पर दिग्गज शेयरों में निवेश करने का मौका आपको फिर कब मिलेगा। नारनोलिया फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट अफसर शैलेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले 10 सालों में निफ्टी ने ज्यादातर बार अपना बॉटम 20 के पीई लेवल के करीब बनाया है। इस हिसाब से जब निफ्टी का पीई इस लेवल के करीब आ गया है तो लार्जकैप स्टॉक्स में निवेश करने का यह सही समय है।
अभी निफ्टी का पीई 20.35
Nifty में अभी 12 महीने के ट्रेलिंग बेसिस पर 20.35 के पीई पर ट्रेडिंग हो रही है। मार्केट में रिकवरी शुरू होते ही वैल्यूएशन बढ़ने लगेगी। फिर, अट्रैक्टिव प्राइस पर लार्जकैप स्टॉक्स (Largecap Stocks) में निवेश का मौका हाथ से निकल जाएगा। कुमार ने सरकारी पावर फाइनेंस कंपनियों, सरकार बिजली बनाने वाली कंपनियों और कुछ पावर एंसिलियरी एमएनसी के शेयरों को निवेश के लिए अच्छा बताया। उन्होंने प्राइवेट बैंकों की वैल्यूएशन को भी अट्रैक्टिव बताया।
प्राइवेट बैंकों की वैल्यू भी अट्रैक्टिव
कुमार ने कहा कि निफ्टी में शामिल प्राइवेट बैंक का प्राइस-टू-बुक रेशियो 12 महीनों के ट्रेलिंग बेसिस पर करीब 2.2 है। यह इतिहास में सबसे कम है। कुमार के पास फंड मैनेजमेंट और इनवेस्टमेंट एडवायजरी का 2 दशक से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट बैंकों की वैल्यूएशन ऐसी है, जिसे हाथ से निकलने नहीं दिया जा सकता।
यह भी पढ़ें: Tata Motors का शेयर रिकॉर्ड ऊंचाई से 43% गिर चुका है, अभी निवेश नहीं किया तो हाथ में नहीं आएगा यह स्टॉक
इन स्टॉक्स में बड़ी गिरावट
बीते 6 महीने में टाटा मोटर्स का स्टॉक 39 फीसदी गिरा है। कोल इंडिया में 33 फीसदी गिरावट आई है। अदाणी एंटरप्राइजेज में 30.8 फीसदी गिरावट आई है। एशियन पेंट्स 29 फीसदी टूटा है। हीरो मोटोकॉर्प करीब 29 फीसदी फिसला है। ट्रेंट का स्टॉक 28 फीसदी गिरा है। अदाणी पोर्ट्स 27 फीसदी फिसला है। आईटीसी 20 फीसदी गिरा है।
टैरिफ के असर को लेकर तस्वीर धुंधली
डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी और उसके पड़ने वाले असर के बारे में उन्होंने कहा कि यह मसला ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए बड़ा रिस्क है। इससे कई सेक्टर में अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो सकती है। अगले कुछ हफ्तों में तस्वीर साफ होने की उम्मीद है। ट्रंप ने कहा है कि वह 2 अप्रैल को रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान कर सकते हैं। अब तक रेसिप्रोकल टैरिफ के डिटेल नहीं आए हैं। अगले कुछ महीनों में अमेरिका और इंडिया की व्यापारिक बातचीत होने वाली है। अमेरिका ने इंडिया के साथ द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाकर 500 अरब डॉलर पहुंचाने की बात कही है।
टिप्पणियाँ