अंकों के मामले में इससे पहले दूसरी और तीसरी सबसे बड़ी बढ़त हाल ही में 5 जून और 3 जून, 2024 को दर्ज की गई।
भारतीय शेयर बाजार में 12 मई को रिकॉर्ड तेजी देखी गई। सेंसेक्स दिन में 3000 अंकों की तेजी के साथ 82495.97 के हाई तक गया। निफ्टी 50, 936.8 अंकों की बढ़त के साथ 24,944.80 के हाई तक गया। पिछले 4 सालों में यह सेंसेक्स और निफ्टी की सबसे बड़ी सिंगल-डे रैली रही। प्रतिशत में बात करें तो सेंसेक्स 3.7 और निफ्टी 3.8 प्रतिशत तक उछला। लिहाजा प्रतिशत में यह पिछले 4 सालों में दूसरी सबसे बड़ी बढ़त रही।
प्रतिशत के लिहाज से भारतीय शेयर बाजारों में सबसे बड़ा उछाल 1 फरवरी, 2021 को देखा गया था। उस वक्त बजट के दिन दोनों बेंचमार्क इंडेक्सेज सेंसेक्स और निफ्टी में 4.7 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई थी। अंकों के मामले में इससे पहले दूसरी और तीसरी सबसे बड़ी बढ़त 5 जून और 3 जून, 2024 को दर्ज की गई।
इन वजहों से सुधरा इनवेस्टर सेंटिमेंट
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव कम होने से इनवेस्टर्स के सेंटिमेंट में काफी सुधार हुआ है। इसके अलावा अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड और टैरिफ पर निकले हल के चलते भी सेंटिमेंट बूस्ट हुआ। अमेरिका और चीन हाल ही में एक-दूसरे के सामान पर लगाए भारी टैरिफ में से अधिकतर पर 90 दिन की रोक लगाने के लिए तैयार हो गए हैं। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर ने कहा कि अमेरिका ने चीनी सामान पर 145 प्रतिशत की टैरिफ रेट को घटाकर 30 प्रतिशत करने, जबकि चीन ने अमेरिकी सामान पर अपने टैरिफ घटाकर 10 प्रतिशत करने पर सहमति जताई है। इन दोनों बातों के अलावा रूस और यूक्रेन की ओर से इस्तांबुल में शांति वार्ता शुरू करने की रिपोर्ट्स ने वैश्विक जोखिम संबंधी चिंताओं को कम करने में मदद की।
विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार सोलहवें सत्र के लिए शुद्ध खरीदार बने हुए हैं। इस अवधि के दौरान उनकी ओर से निवेश 6 अरब डॉलर को पार कर गया है। VSRK Capital के डायरेक्टर स्वप्निल अग्रवाल का कहना है कि मौजूदा उछाल भू-राजनीतिक तनावों के कम होने और वैश्विक व्यापार संभावनाओं में सुधार के कारण है। भारत-पाकिस्तान युद्धविराम, अमेरिका और चीन के बीच कूटनीतिक मधुरता और पूर्वी यूरोप में शत्रुता में कमी ने मिलकर 'रिस्क ऑन' माहौल बनाया है। अस्थिरता कम होने और बाहरी संकेतों के अनुकूल होने के साथ, इक्विटी बाजार में अपनी तेजी बरकरार रखने की संभावना है, बशर्ते घरेलू मैक्रोइकॉनोमिक फंडामेंटल्स बरकरार रहें।
24740 से ऊपर जाने की कोशिश में Nifty
इंडियाचार्ट्स के रोहित श्रीवास्तव का कहना है कि निफ्टी 50 इंडेक्स 24,740 से ऊपर जाने की कोशिश कर रहा है, जिसकी पुष्टि तभी होगी जब यह 24,820 से ऊपर बना रहेगा। निफ्टी बैंक को 57,000 या उससे ऊपर की ओर बढ़ने के लिए 55,700 से ऊपर बंद होना होगा। हालांकि, श्रीवास्तव ने चेतावनी दी कि भू-राजनीतिक तनावों में सुधार होने के बावजूद, अब ध्यान अमेरिकी डॉलर की मजबूती और बॉन्ड बाजार की अस्थिरता जैसे मैक्रोइकोनॉमिक वैरिएबल्स पर जा सकता है। विदेशी निवेशकों की ओर से हाल ही में शॉर्ट पोजीशन को समाप्त करने से आगे शॉर्ट-कवरिंग की संभावना कम हो गई है। इसका मतलब है कि आगे की रैली के लिए घरेलू संस्थागत निवेशकों के मजबूत सपोर्ट और किसी भी अधिक नकारात्मक संकेतों का न होना जरूरी है।
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