MSCI Rejig: मई 2025 के अंत तक NSE के कुल एक्विट क्लाइंट्स की संख्या घटकर 4.69 करोड़ रह गई
शेयर बाजार में रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। देश के चार सबसे बड़े डिस्काउंट ब्रोकर्स – Groww, Zerodha, Angel One और Upstox – ने मई 2025 में मिलाकर 2.7 लाख एक्टिव क्लाइंट्स गंवा दिए। इससे पहले अप्रैल में भी इन ब्रोकर्स ने कुल 2.05 लाख ग्राहक खोए थे। इस तरह मौजूदा वित्त वर्ष यानी मार्च 2025 से अब तक इन चारों ब्रोकर्स के कुल 4.7 लाख से अधिक ग्राहक कम हो चुके हैं। यह आंकड़ा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की ताजा फाइलिंग्स से सामने आया है।
मई 2025 के अंत तक NSE के कुल एक्विट क्लाइंट्स की संख्या घटकर 4.69 करोड़ रह गई है, जो मार्च के मुकाबले 3.6 फीसदी कम है।
किसने कितने ग्राहक गंवाए?
मई में Groww के 2,000 क्लाइंट्स कम हुए, जिससे इसका कुल क्लाइंट्स की संख्या घटकर 1.28 करोड़ रह गई। Zerodha ने 76,000 क्लाइंट्स गंवाए और अब उसके पास कुल 77.58 लाख क्लाइंट्स हैं। वहीं Angel One के 54,000 ग्राहक कम हुए और उसके कुल ग्राहकों की संख्या अब 74.49 लाख है। वहीं Upstox ने मई 46,978 ग्राहक गंवाए और उसका कुल क्लाइंट बेस अब 26.60 लाख है।
दूसरी ओर, ICICI सिक्योरिटीज ने 3,158 नए क्लाइंट्स जोड़े, जिससे इसका कुल एक्विट क्लाइंट बेस बढ़कर 19.50 लाख हो गया।
ग्राहक संख्या के लिहाज से Groww अब भी देश का सबसे बड़ा ब्रोकरेज बना हुआ है, लेकिन 2025 में इसकी ग्रोथ रफ्तार धीमी हुई है। मार्च से मई के बीच इसके एक्टिव क्लाइंट्स में 1% से ज्यादा की गिरावट आई है। Zerodha और Angel One में भी 1.7% की गिरावट रही, जबकि Upstox में सबसे बड़ी 3.2% की गिरावट दर्ज की गई।
गिरावट की वजहें क्या हैं?
एनालिस्ट्स के मुताबिक, इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं। मुख्य वजह है बाजार में हाल के महीनों में बढ़ी अस्थिरता, F&O ट्रेडिंग पर SEBI के सख्त नियम, और छोटे निवेशकों के मन में बढ़ती सतर्कता। साथ ही, 2024 के आखिर तक NSE के एक्टिव ग्राहकों की संख्या 5 करोड़ से ऊपर चली गई थी, जिसके बाद से इसमें हर महीने गिरावट दर्ज की जा रही है।
Stoxkart के CEO प्रणय अग्रवाल ने कहा, "मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के ऊंचे वैल्यूएशन और पश्चिम एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों में डर बढ़ाया है। इस वजह से बहुत से निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं और ट्रेडिंग से दूर हो रहे हैं।"
FY24 के दौरान NSE के एक्टिव क्लाइंट्स में 11.7% की बढ़त दर्ज की गई थी, लेकिन नए वित्त वर्ष में यह ट्रेंड पलटा है। अप्रैल और मई के महीने में कुल 3.6% की गिरावट दर्ज की गई।
वापसी के संकेत भी?
हालांकि जून महीने में स्थिति बदलती दिख रही है। बाजार में बड़े आईपीओ की लाइन लगी है, जिनमें SMPP Ltd, Avanse Financial और NSDL शामिल हैं। SME सेगमेंट में भी Monolithisch India और Sacheerome जैसे ऑफर्स से निवेशकों की रुचि बढ़ी है।
Groww का बहुप्रतीक्षित आईपीओ भी इस उत्साह को बढ़ा सकता है। इसकी वैल्यूएशन $6-8 बिलियन के बीच हो सकती है, जिससे प्लेटफॉर्म पर नए यूजर्स जुड़ने की उम्मीद है। मुंबई के एक ट्रेडर ने कहा, "यह आईपीओ वेव नए निवेशकों को जोड़ने का सुनहरा मौका है। डिस्काउंट ब्रोकर्स अब भी खुदरा निवेशकों के बीच सबसे लोकप्रिय हैं।"
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