2 दिन पहले 3

Cochin Shipyard: रॉकेट बने इस सरकारी डिफेंस कंपनी के स्टॉक, 3 दिन में 20% का दिया रिटर्न; जानें क्या है तेजी की वजह

एनालिस्टों का मानना है कि आने वाले समय में डिफेंस सेक्टर में पूंजीगत व्यय (capex) और ऑर्डर फ्लो में बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है।

Cochin Shipyard Share Price: डिफेंस सेक्टर की सरकारी कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के शेयरों में गुरुवार को intraday ट्रेड के दौरान 13% तक की तेजी दर्ज की गई। स्टॉक 2,362.10 रुपये पर बंद हुआ। यह लगातार तीसरा सत्र रहा, जब कंपनी के शेयरों में बढ़त देखने को मिली। पिछले तीन कारोबारी दिनों में शेयर में कुल मिलाकर लगभग 20% की रैली हो चुकी है।

तेजी का असर सिर्फ कोचीन शिपयार्ड तक सीमित नहीं रहा। डिफेंस से जुड़ी अन्य कंपनियों- जैसे कि Data Patterns, Hindustan Aeronautics (HAL) और Mishra Dhatu Nigam (MIDHANI) में भी 3% से 6% तक की बढ़त देखी गई।

डिफेंस स्टॉक्स में क्यों आई तेजी?

दरअसल, अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी Pete Hegseth ने NATO सदस्यों से रक्षा बजट को बढ़ाकर GDP का 5% करने की अपील की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप काफी समय से 2% की मौजूदा सीमा को अपर्याप्त बता रहे थे।

NATO महासचिव Mark Rutte ने भी संकेत दिया है कि रक्षा खर्च को 3.5% तक ले जाने और साथ में 1.5% अतिरिक्त बजट साइबर सिक्योरिटी व इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में लगाने का प्रस्ताव विचाराधीन है। उन्होंने कहा, “यह नया डिफेंस इन्वेस्टमेंट प्लान आगामी NATO समिट की प्रमुख एजेंडा में शामिल रहेगा।” इन सबके चलते डिफेंस स्टॉक्स में जोरदार रैली देखने को मिली।

सेक्टर में रिकवरी का ट्रेंड

डिफेंस स्टॉक्स में यह तेजी यूरोपीय देशों द्वारा रक्षा क्षमताएं बढ़ाने की योजना के बाद देखी जा रही है। बीते कुछ हफ्तों में डिफेंस कंपनियों के शेयरों में स्थिरता लौटी है और अब यह बढ़त स्पष्ट रूप से वैश्विक रणनीतिक बदलावों से जुड़ी दिखाई दे रही है।

एनालिस्टों का मानना है कि आने वाले समय में डिफेंस सेक्टर में पूंजीगत व्यय (capex) और ऑर्डर फ्लो में बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है। इससे इन कंपनियों के फंडामेंटल्स मजबूत हो सकते हैं।

कोचीन शिपयार्ड का बिजनेस क्या है?

कोचीन शिपयार्ड एक सरकारी कंपनी है, जो भारत में जहाज बनाने और उनकी मरम्मत करने का काम करती है। आप इसे ऐसे समझ सकते हैं जैसे कोई बड़ी वर्कशॉप हो, जहां युद्धपोत से लेकर माल ढोने वाले जहाज तक बनाए और ठीक किए जाते हैं। ये कंपनी भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड के लिए भी जहाज बनाती है, और विदेशों से भी ऑर्डर लेती है।

इसका मुख्य ठिकाना केरल के कोच्चि में है। कोचीन शिपयार्ड के पास देश की सबसे बड़ी ड्राई डॉक में से एक है, जहां पानी निकालकर जहाजों की मरम्मत की जाती है। इसलिए ये कंपनी भारत की डिफेंस और मरीन इंडस्ट्री में काफी अहम मानी जाती है।

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

पूरा लेख पढ़ें

ट्विटर से

टिप्पणियाँ