Market cues : निफ्टी एक छोटे दायरे में ही कंसोलीडेट हो रहा है। छुट्टी से पहले ट्रेडर्स कल साइडवेज बने रहे। हालांकि, निफ्टी डेली टाइम फ्रेम पर 20 ईएमए के अहम स्तर से ऊपर बने रहे जिससे तेजी का रुझान बरकरार है
Stock market : 30 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। कल सेंसेक्स में करीब 46 अंकों की गिरावट देखने को मिली। वहीं, निफ्टी 24,334 के करीब बंद हुआ। बाजार को भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण दबाव का सामना करना पड़ा। सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो कैपिटल मार्केट, पीएसयू बैंक, मीडिया और डिफेंस इंडेक्स में 2 फीसदी से अधिक की गिरावट आई। जबकि रियल्टी इंडेक्स में 1.21 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। तकनीकी नजरिए से देखें तो बाजार लगातार 24,450/80500 के रेजिस्टेंस जोन के पास बिक्री के दबाव का सामना कर रहा है। इसने इंट्राडे चार्ट पर एक डबल टॉप पैटर्न भी बनाया है,जो मौजूदा स्तरों से शॉर्ट टर्म में थोड़ी कमजोरी आने का संकेत है।
कोटक सिक्योरिटीज के हेड इक्विट रिसर्च श्रीकांत चौहान का कहना है कि जब तक बाजार 24,450/80500 से नीचे कारोबार करता रहेगा,तब तक सेंटीमेंट कमजोर रहने की उम्मीद है। नीचे की ओर बाजार 24,000/79300 के स्तर का फिर से टेस्ट कर सकता है। इसके आगे भी गिरावट जारी रह सकती है। इसके चलते बाजार 23,900/79000 तक गिर सकता है। दूसरी ओर 24,450/80500 के स्तर से ऊपर जाने पर सेंटीमेंट बदल सकता है। इस स्तर से ऊपर,बाजार 24,600-24700/81000-81300 तक बढ़ सकता है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि फिलहाल निफ्टी कंसोलीडेशन के दौर में है। इसको 24,400 के पास रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि,अलग-अलग सेक्टरों में हैवी वेट वाले शेयरों में रोटेशनल खरीदारी से गिरावट सीमित रही है। शुक्रवार को बाजार ग्लोबल घटनाओं,विशेष रूप से अमेरिकी जीडीपी डेटा और कॉर्पोरेट नतीजों पर फोकस करेगा। ऐसे में क्वालिटी शेयरों में स्टॉक स्पेसिफिक नजरिया अपनाने की सलाह होगी।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि इस महीने छोटे-मझोले शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। टैरिफ जोखिम में आई कमी, यूएस-इंडिया ट्रेड डील की उम्मीद और मजबूत एफआईआई निवेश से बाजार को सपोर्ट मिला है। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और चौथी तिमाही के नतीजों में नरमी के कारण तेजी सीमित रही है। निकट भविष्य में यह निगेटिव रुझान जारी रहने की उम्मीद है। वर्तमान चुनौतियों के चलते शॉर्ट टर्म में बाजार पर दबाव देखने को मिल सकता है लेकिन मार्केट का लॉन्ग टर्म आउटलुक मजबूत बना हुआ है। ऐसे में बाजार में होने वाले किसी भी करेक्शन का इस्तेमाल अच्छे शेयरों में निवेश के अवसर के रूप में किया जाना चाहिए।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी एक छोटे दायरे में ही कंसोलीडेट हो रहा है। छुट्टी से पहले ट्रेडर्स कल साइडवेज बने रहे। हालांकि, निफ्टी डेली टाइम फ्रेम पर 20 ईएमए के अहम स्तर से ऊपर बने रहे जिससे तेजी का रुझान बरकरार है। मोमेंटम में भी मजबूती है। आरएसआई 50 से ऊपर बना हुआ है और तेजी का क्रॉसओवर दिखा रहा है। ऊपर की तरफ निफ्टी के लिए 24,550 पर रेजिस्टेंस दिख रहा है। इस स्तर से ऊपर जाने पर एक अच्छी रैली ट्रिगर हो सकती है। निचले स्तर पर निफ्टी के लिए 24,200 पर सपोर्ट दिख रहा है।
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