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India Pakistan Ceasefire: सेंसेक्स और Nifty ऊंचाई के नए रिकॉर्ड बना सकते हैं, जानिए आपको क्या करना चाहिए

BSE Midcap सूचकांक तो 3 फीसदी से ज्यादा उछल गया। स्मॉलकै इंडेक्स में 3.74 फीसदी की तेजी दिखी।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद इंडियन स्टॉक मार्केट्स पर थोड़ा दबाव दिखा था। लेकिन, उसके बाद के 2 दिनों में मार्केट में बड़ी गिरावट आई। 12 मई को इंडियन मार्केट्स में आई तेजी से न सिर्फ उस गिरावट की भरपाई हो गई, बल्कि मार्केट में नया जोश देखने को मिला। यहां से मार्केट का सफर शानदार रह सकता है। पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम हो गया है। अमेरिका का चीन के साथ टैरिफ को लेकर डील हो गई है। रूस ने यूक्रेन के साथ समझौते में दिलचस्पी दिखाई है। एलएंडटी और डॉ रेड्डीज जैसी कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों ने उम्मीद जगाई है।

छोटे-बड़े ज्यादातर स्टॉक्स में जबर्दस्त तेजी

12 मई को मार्केट खुलते ही जबर्दस्त तेजी दिखी। हालांकि, इसकी उम्मीद पहले से थी। 10 मई को सीजफायर के बाद यह तय हो गया था कि सोमवार को शेयर बाजार को पंख लग जाएंगे। 12 बजे Nifty 2.99 फीसदी यानी 718 अंक चढ़कर 24,724 अंक पर चल रहा था। Sensex 2.88 फीसदी यानी 2,289 अंक के उछाल के साथ 81,751 प्वाइंट्स पर चल रहा था। BSE Midcap सूचकांक तो 3 फीसदी से ज्यादा उछल गया। स्मॉलकै इंडेक्स में 3.74 फीसदी की तेजी दिखी।

एयरलाइंस और होटल स्टॉक्स में ज्यादा उछाल

एक्सपर्ट्स का कहना है कि 12 मई को इंडियन स्टॉक मार्केट्स ने नई सुबह देखी। मीडियम टर्म में मार्केट्स में अच्छा माहौल जारी रहेगा। पाकिस्तान के साथ सीजफायर से मार्केट पार्टिसिपेंट्स ने राहत की सांस ली है। अगर लड़ाई जारी रहती तो इसका कई तरह का असर पड़ता। 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की खबर आने के बाद से लोगों ने अपने ट्रैवल प्लान कैंसल करने शुरू कर दिए थे। लोग होटलों में अपनी बुकिंग कैंसल कर रहे थे। देश और विदेशी एयर ट्रैवल के टिकट कैंसिल कराए जा रहे थे। इससे एयलाइंस और होटल इंडस्ट्री में बड़ी चिंता दिख रही थी।

रिहायशी इलाकों पर हमलों से बढ़ गई थी चिंता

पाकिस्तान भारत के कुछ खास राज्यों में रिहायशी आबादी को अपना निशाना बना रहा था। इस वजह से जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के ज्यादातर इलाकों में लोगों के बीच डर का माहौल था। लोग घरों से निकलने से परहेज कर रहे थे। इसका सीधा असर आर्थिक गतिविधियों पर दिख रहा था। अब फिर इन इलाकों में रौनक दिख रही है। लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट आई है। दुकानें खुलने लगी हैं और लोगों ने काम पर जाना शुरू कर दिया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सीजफायर नहीं होने से कुछ राज्यों की जीडीपी ग्रोथ पर असर पड़ता। इसका असर ऑटो, कंज्यूमर गुड्स, रियल्टी, और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर सबसे ज्यादा पड़ता।

इन कंपनियों के शेयरों ने भरी उड़ान

एयरलाइंस कंपनियों के शेयरों में 12 मई को सबसे ज्यादा तेजी आई। Interglobe Aviation यानी इंडिगो का शेयर 9.72 फीसदी उछल गया। SpiceJet का शेयर 10.44 फीसदी तक चढ़ गया। होटल शेयरों में Indian Hotels के शेयर 8 फीसदी से ज्यादा उछले। ITC के शेयरों में भी 8 फीसदी से ज्यादा तेजी आई। Chalet Hotels और EIH के शेयरों में 7-7 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली।

निवेश में बरतें सावधानी

एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्केट्स में जबर्दस्त तेजी के बावजूद अभी निवेशकों को सावधान रहना चाहिए। पाकिस्तान पर अगले कुछ दिनों तक नजर रखने की जरूरत है। दूसरा, अमेरिका के साथ भारत की ट्रेड डील का ऐलान जल्द हो सकता है। इसका मार्केट पर पॉजिटिव असर पड़ेगा। उधर, कुछ कंपनियों के नतीजें बेहतर रहे हैं। इससे आने वाली तिमाहियों में कंपनियों का प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है। ऐसा होने पर अर्निंग्स ग्रोथ को लेकर चिंता कम हो जाएगी। ये सभी फैक्टर्स मार्केट में तेजी जारी रहने का संकेत देते हैं। ऐसे में मार्केट न सिर्फ अपने ऑल टाईम तक पहुंच सकता है बल्कि नया हाई बना सकता है।

हर गिरावट के मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए करें

निवेशक हर गिरावट के मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए कर सकते हैं। ऑटो, बैंकिंग और डिफेंस सेक्टर में निवेश करने पर लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिल सकता है। अमेरिका और चीन में डील होने से आईटी सेक्टर में भी रौनक लौटने की उम्मीद है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक बार में पूरा पैसा निवेश करने से बचना होगा। जो इनवेस्टर्स SIP से निवेश कर रहे हैं, वे अपने सिप को जारी कर सकते हैं। अगर किसी निवेशक ने अपना सिप रोक दिया है तो वह फिर से शुरू कर सकता है। अभी निवेश करने पर लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार हो सकता है।

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