वोलेटाइल मार्केट में लार्ज और मिडकैप के मिक्सचर में पैसे डालें जाएं तो अपने पोर्टफोलियो को मजबूत रखा जा सकता है।
LargeCap or MidCap: घरेलू स्टॉक मार्केट में उठा-पटक बनी हुई है। करीब दो दिन पहले यानी सोमवार 12 मई को 11 महीनों में सबसे तेज 3 फीसदी से भी अधिक स्पीड से सेंसेक्स और निफ्टी 50 ऊपर भागे थे लेकिन अगले ही दिन ये 1 फीसदी से अधिक टूट गए। ऐसे वोलेटाइल मार्केट में लार्ज और मिडकैप के मिक्सचर में पैसे डालें जाएं तो अपने पोर्टफोलियो को मजबूत रखा जा सकता है। फॉर्च्यून फिनसेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सुरेश काकानी का ऐसा ही मानना है। उनका मानना है कि ऐसी वोलैटिलिटी में लार्ज और मिड-कैप फंड निवेश का अच्छा विकल्प दे सकता है जो मार्केट में स्थापित दिग्गज कंपनियों के साथ-साथ ग्रोथ करने वाले उभरती कंपनियों में निवेश करके स्थिरता और ग्रोथ का शानदार मिश्रण पेश करता है।
LargeCap or MidCap: दोनों के मिक्सचर में निवेश क्यों?
सुरेश काकानी के मुताबिक लार्ज-कैप और मिड-कैप शेयरों को मिलाकर एक संतुलित पोर्टफोलियो तैयार किया जा सकता है जिसमें रिस्क भी मैनेज कर सकते हैं और रिटर्न भी अच्छा हासिल कर सकते हैं। इन दोनों का मिक्सचर लॉन्ग टर्म में एसेट बनाने के लिए बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। लार्ज-कैप कंपनियां अपने मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड और रिस्क सहने की क्षमता के चलते पोर्टफोलियो को स्थिरता प्रदान करती हैं, जबकि मिड-कैप स्टॉक्स में हाई रिटर्न की गुंजाइश रहती है। सुरेश काकानी के मुताबिक जब मंदी आती है तो लॉर्ज कैप कंपनियां पोर्टफोलियो को अधिक गिरने नहीं देती हैं तो मिड-कैप कंपनियां रिकवरी के दौर में तेजी से इसे ऊपर चढ़ाती हैं। इससे पोर्टफोलियो मजबूत बना रहता है।
क्या है लार्जकैप और मिडकैप का मतलब?
घरेलू ब्रोकरेज फर्म एंजेल वन के मुताबिक लॉर्जकैप स्टॉक्स वह होते हैं जिनका मार्केट कैप 20 हजार करोड़ रुपये या इससे अधिक होता है। वहीं मिडकैप स्टॉक्स ऐसे स्टॉक्स होते हैं जिनका मार्केट कैप 5 हजार करोड़ रुपये से 20 हजार करोड़ रुपये के बीच होता है। इनमें मिडकैप स्टॉक्स में ग्रोथ की गुंजाइश अधिक होती है लेकिन रिस्क भी लार्ज कैप की तुलना में अधिक होता है। इन दोनों के मिक्सचर वाले फंड में पैसे लगाकर अपने पोर्टफोलियो को मार्केट के झटकों से सुरक्षित रख सकते हैं।
सुरेश काकानी के मुताबिक अभी मार्केट में पैसे लगाने का शानदार मौका है क्योंकि वैल्यूएशन काफी आकर्षक हो गया है। इसके अलावा भारतीय इकॉनमी की मजबूती और कॉर्पोरेट कमाई में उछाल से इसे अच्छा सपोर्ट मिल रहा है। अगर आप सीधे मार्केट में पैसे नहीं डालते हैं तो म्यूचुअल फंड के जरिए भी इनमें पैसे लगा सकते हैं जैसे कि बजाज फिनसर्व लार्ज एंड मिड-कैप फंड, मोतीलाल ओसवाल लार्ज एंड मिड-कैप फंड, एचडीएफसी लार्ज एंड मिड-कैप फंड और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लार्ज एंड मिड-कैप फंड।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
टिप्पणियाँ