Market trend: FOMC मिनट्स से लंबे समय तक उच्च ब्याज दरों के बने रहने का संकेत मिला है। इससे उभरते बाजारों में विदेश निवेश बाधित हो सकता है। हालांकि बाजार में एक हेल्दी करेक्शन हुआ है,लेकिन कॉर्पोरेट में कमजोरी और टैरिफ संबंधी जोखिमों के चलते अनिश्चितताएं बढ़ गई है। इससे छोटे-मझोले शेयरों के वैल्यूएशन से जुड़ी चिंता बढ़ रही है
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अपडेटेड
Feb 21, 2025
पर
4:36 PM
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Market cues: घरेलू बाजार में व्यापक आधार पर कमजोरी जारी रही। इसकी मुख्य वजह FOMC मिनट्स के आक्रामक लहजे पर निवेशकों की चिंता थी
Stock market : कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ है। निफ्टी 5 जून 2024 के बाद पहली बार 22,800 के नीचे बंद हुआ है। आज मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली रही। मेटल को छोड़ सभी सेक्टर इंडेक्स में दबाव देखने को मिला। ऑटो, फार्मा, बैंकिंग शेयरों में गिरावट रही। रियल्टी, IT, PSE इंडेक्स भी गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 425 प्वाइंट गिरकर 75,311 पर बंद हुआ। निफ्टी 117 प्वाइंट गिरकर 22,796 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 353 प्वाइंट गिरकर 48,981 पर बंद हुआ। मिडकैप 678 अंक गिरकर 50,486 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयरों में गिरावट रही। निफ्टी के 50 में से 37 शेयरों में गिरावट रही। निफ्टी बैंक के 12 में से 10 शेयरों में गिरावट रही।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि घरेलू बाजार में व्यापक आधार पर कमजोरी जारी रही। इसकी मुख्य वजह FOMC मिनट्स के आक्रामक लहजे पर निवेशकों की चिंता थी। FOMC मिनट्स से लंबे समय तक उच्च ब्याज दरों के बने रहने का संकेत मिला है। इससे उभरते बाजारों में विदेश निवेश बाधित हो सकता है। हालांकि बाजार में एक हेल्दी करेक्शन हुआ है,लेकिन कॉर्पोरेट में कमजोरी और टैरिफ संबंधी जोखिमों के चलते अनिश्चितताएं बढ़ गई है। इससे छोटे-मझोले शेयरों के वैल्यूएशन से जुड़ी चिंता बढ़ रही है। भारत वर्तमान में दूसरे एशियाई बाजारों की तुलना में पीछे है। यहां से एफआईआई तेजी से निकल रहे हैं। उनके लिए "भारत में बेचो और चीन में खरीदो" की रणनीति फिलहाल रिटर्न दे रही है।
सेबी पंजीकृत रिसर्च एनालिस्ट Rachanavaidya.in की रचना वैद्य का कहना है कि आज का करेक्शन पिछले कई महीनों से चल रहे करेक्शन का ही हिस्सा है। बाजार ने अभी तक हायर टाइम फ्रेम पर कोई निचला स्तर स्थापित नहीं किया है। निकट भविष्य में इस गिरावट को रोकने के लिए कोई पॉजिटिव ट्रिगर भी नहीं हैं। ऐसे में बाजार में गिरावट बढ़ सकती है। आगे निफ्टी फ्यूचर्स के लिए चार्ट पर अगला शॉर्ट टर्म सपोर्ट 22,700 पर होगा। इसके बाद 22,500 पर अगला बड़ा सपोर्ट होगा। यह अनुमान तब तक ही सही रहेगा जब तक निफ्टी फ्यूचर्स निगेटिव रुझान के साथ 23,150 पर स्थित रेजिस्टेंस से नीचे कारोबार करता रहेगा।
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First Published: Feb 21, 2025 4:36 PM
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