Market today: एचडीएफसी बैंक ने आज 15 लाख करोड़ रुपये मार्केट कैप का माइल स्टोन हासिल कर लिया। यह इस स्तर पर पहुंचने वाली तीसरी भारतीय कंपनी बन गई है
Stock markets : घरेलू इंडेक्स निफ्टी 50 और सेंसेक्स में 22 अप्रैल को लगातार छठे कारोबारी सत्र में तेजी जारी रही। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 187.09 अंक या 0.24 प्रतिशत बढ़कर 79,595.59 पर और निफ्टी 41.70 अंक या 0.17 प्रतिशत बढ़कर 24,167.25 पर बंद हुआ। आज लगभग 2,389 शेयरों में तेजी आई,जो इस बात का संकेत है कि बाजार का रुख तेजड़ियों के पक्ष में है। 1,453 शेयरों में गिरावट आई और 137 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
बेंचमार्क इंडेक्सों में जहां सपाट कारोबार हुआ,वहीं ब्रॉडर मार्केट में चमक जारी रही। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्सों में 0.8 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। निवेशकों ने पिटे हुए शेयरों में बारगेन बाइंग की जिसका फायद मिड और स्मॉलकैप इंडेक्सों को मिला।
सेक्टोरल इंडेक्सों की बीत करें तो बैंकिंग इंडेक्स में जोरदार बढ़त देखने को मिली। भारतीय रिजर्व बैंक ने फाइनल लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) गाइडलाइंस जारी कर दिए जो ड्रॉफ्ट गाइडलाइंस की तुलना में कहीं अधिक नरम हैं। RBI कहा कहना है कि इससे बैंकिंग सेक्टर के लिए LCR में 600 बेसिस प्वाइंट का सुधार होगा।
निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स में आज के सत्र के दौरान करीब दो फीसदी की तेजी देखने को मिली। स्विट्जरलैंड स्थित ब्रोकरेज यूबीएस ने कंज्यूमर स्टेपल सेक्टर पर बुलिश नजरिया जाहिर किया है। अपने एक नोट में इस ब्रोकिंग हाउस ने चालू वित्त वर्ष की संभावनाओं के आधार पर कई एफएमसीजी शेयरों को अपग्रेड किया है। इसके चलते आज इस सेक्टर में अच्छी तेजी देखने को मिली।
पिछले आठ कारोबारी सत्रों में निफ्टी 21,743 के हालिया स्विंग लो से अब तक 2,400 अंक से ज्यादा भाग चुका है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि 23,870 का पिछला स्विंग हाई अब निफ्टी को सपोर्ट देगा। ऊपरी स्तर पर, 24226 और 24546 पर तत्काल रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है।
इंडसइंड बैंक के शेयरों में आज 6 फीसदी तक की गिरावट आई। ऐसी खबरें हैं कि बैंक के बोर्ड ने अर्न्स्ट एंड यंग (EY) को दूसरा फोरेंसिक ऑडिट करने के लिए बुलाया है। यह नई जांच बैंक के माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो से मिलने वाले ब्याज आय से संबंधित 600 करोड़ रुपये की गड़बड़ी पर फोकस करेगी।
एचडीएफसी बैंक ने आज 15 लाख करोड़ रुपये मार्केट कैप का माइल स्टोन हासिल कर लिया। इस तरह यह इस स्तर पर पहुंचने वाली तीसरी भारतीय कंपनी बन गई है। एचडीएफसी बैंक से पहले केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने ही यह उपलब्धि हासिल की है। एचडीएफसी बैंक के मार्च तिमाही के नतीजों के बाद से इसके शेयरों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है।
अब क्या हो रणनीति
पिछले आठ कारोबारी सत्रों में निफ्टी 21,743 के हालिया स्विंग लो से अब तक 2,400 अंक से ज्यादा भाग चुका है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि 23,870 का पिछला स्विंग हाई अब निफ्टी को सपोर्ट देगा। ऊपरी स्तर पर, 24226 और 24546 पर तत्काल रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्राइम रिसर्च हेड देवर्ष वकील का कहना है कि अमेरिकी बाजारों की समस्याओं से भारतीय बाजारों के काफी हद तक अप्रभावित रहने की उम्मीद है। आगे हमारे बाजारों में, खासकर छोटे शेयरों में, मजबूत खरीदारी जारी रहने की संभावना है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि दरों में कटौती को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप और फेड चेयरमैन पॉवेल के बीच टकराव से ग्लोबल सेंटीमेंट पर भी असर पड़ सकता है। फिर भी,भारत के मजबूत फंडामेंटल्स, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के मजबूत रहने की उम्मीद और घटती महंगाई से बाजार को सपोर्ट मिल सकता है।
एंजेल वन के सीनियर वीपी रिसर्च,अमर देव सिंह का कहना है कि मजबूत घरेलू मैक्रो इकोनॉमिक फैक्टर्स ने भी हाल में आई तेजी में अहम भूमिका निभाई है। बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में आई जोरदार तेजी (जिसमें निजी और पीएसयू दोनों बैंक शामिल हैं) ने सोने में सुहागे का काम किया है। बैंक निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। यह सब बाजार के लिए अच्छा संकेत है। सामान्य मानसून की उम्मीदों के साथ,महंगाई में नरमी भी बाजार के लिए फायदेमंद साबित हो रही है।
उन्होंने आगे कहा कि कुल मिलाकर,निवेशकों को बाजार में वोलैटिलिटी को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह है। नए निवेश एक बार में नहीं बल्कि किस्तों में होने चाहिए। अच्छी बात यह है कि बाजार अधिकांश निगेटिव खबरों को पचा चुका है। जब तक कोई अनहोनी नहीं होती, तब तक अपनी पोजीशन में बने रहें। लेकिन वैल्यूशन पर नजरें बनाए रखें।
गेनिंग ग्राउंड इन्वेस्टमेंट सर्विसेज के संस्थापक रवि कुमार टीवी की बाजार में सतर्क रहने की सलाह है। उनका कहना है कि कि ट्रंप की टैरिफ घोषणाओं के बाद हुई बिकवाली इस बात की एक झलक थी कि टैरिफ लागू होने पर क्या हो सकता है। रवि कुमार ने कहा,"अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है। मैं यह नहीं कहूंगा कि निवेशकों को बाजारों में आक्रामक होना चाहिए,लेकिन हमें धीरे-धीरे निवेश करना चाहिए, क्योंकि कोई नहीं जानता कि 90-दिन की अवधि के बाद चीजें कौन सा रुख पकड़ेंगी।"
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