हिंदी न्यूज़न्यूज़इंडियाMurshidabad Violence: मुर्शिदाबाद हिंसा पीड़ितों से मिलने के लिए रवाना हुए राज्यपाल, महिला आयोग की अध्यक्ष मालदा पहुंचीं, जानें अब तक क्या एक्शन हुआ
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद का दो दिवसीय दौरा करने की घोषणा की है. उन्होंने ममता बनर्जी की आपत्तियों के बावजूद यह फैसला लिया है.
By : आईएएनएस | Edited By: सौरभ कुमार | Updated at : 18 Apr 2025 11:27 AM (IST)
CV Ananda Bose का मुर्शिदाबाद दौरा
Murshidabad Violence News: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस बंगाल के हिंसा प्रभावित क्षेत्र जा रहे हैं, वो सियालदह रेलवे स्टेशन पहुंचे हैं, जहां से वह मालदा जाएंगे. इससे पहले उन्होंने मुर्शिदाबाद हिंसा के दौरान बेघर हुए पीड़ित परिवारों से गुरुवार (17 अप्रैल) को मुलाकात की और पीड़ित परिवारों की आपबीती सुनी.
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि 'मुर्शिदाबाद के पीड़ित खासकर महिलाएं मुझसे मिलने आईं. उन्होंने अपने संघर्ष की कहानियां सुनाईं, जो बहुत ही दुखद थीं. मैं खुद स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां जाऊंगा. इसके बाद ही मैं भविष्य की कार्रवाई पर निर्णय ले सकूंगा. मेरा दृष्टिकोण पूरी तरह निष्पक्ष होगा. अब केंद्रीय बलों की मौजूदगी से स्थिति नियंत्रण में है. पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, हमने राज्यपाल से मिलकर कुछ खास मांगें रखीं. पहली मांग क्षतिग्रस्त घरों और दुकानों के पुनर्निर्माण की है, जिसे मुख्यमंत्री ने पहले ही स्वीकार कर लिया है. हमने ये मांगें राज्य के डीजीपी के समक्ष भी रखी हैं.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम मालदा पहुंची
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर संज्ञान लिया था, जिसके बाद शुक्रवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम मालदा स्टेशन पहुंची. टीम मालदा और मुर्शिदाबाद का दौरा करेगी. हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की जाएगी. लोगों से बातचीत के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा.
पुलिस थानों के प्रभारियों को बदला गया
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के सुती और समसेरगंज पुलिस थानों के प्रभारियों को गुरुवार को बदल दिया गया. ये दोनों इलाके वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे. जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि इन दोनों पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित थे. हिंसा से संबंधित तीन मौतों में से दो समसेरगंज और एक सुती में हुई. यह निर्णय लिया गया कि दोनों पुलिस स्टेशनों का नेतृत्व ज्यादा अनुभवी और उच्च पदस्थ अधिकारियों की ओर से किया जाएगा. राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा मामले में अब तक 200 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.
Published at : 18 Apr 2025 10:52 AM (IST)
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रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार
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