भाविश अग्रवाल ने Krutrim Data Center Pvt. के लिए Ola Electric की इक्विटी गिरवी रखकर 250 करोड़ रुपये जुटाए थे।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के फाउंडर और CEO भाविश अग्रवाल ने शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए उधार के मामले में कोलैटरल को टॉप अप किया है। इसके लिए उन्होंने लगभग 20 करोड़ रुपये (23 लाख डॉलर) कैश का पेमेंट किया है। यह बात ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से कही गई है। कंपनी की खराब बिक्री के कारण इसके शेयरों में गिरावट आई है। यह कदम वित्तीय दबाव या कंपनी के शेयरों को जब्त होने से बचाने की कोशिश को दर्शाता है।
अग्रवाल ने अपने जनरेटिव एआई वेंचर Krutrim Data Center Pvt. के लिए ओला इलेक्ट्रिक की इक्विटी गिरवी रखकर 250 करोड़ रुपये जुटाए थे। उन्होंने अपनी मर्जी से अतिरिक्त पैसा मार्च से लगाया क्योंकि शेयरों की कीमत 50 रुपये प्रति शेयर से नीचे चली गई थी। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, सोर्सेज का कहना है कि लेंडर्स की ओर से कोई मार्जिन कॉल ट्रिगर नहीं की गई और गिरवी रखे गए स्टॉक्स की वैल्यू, उधार ली गई राशि के दोगुने से अधिक है।
30% हिस्सेदारी में से लगभग 8% गिरवी रख दी
एक्सचेंज डेटा के अनुसार, अग्रवाल ने Ola Electric में अपनी 30% हिस्सेदारी में से लगभग 8% गिरवी रख दी है। ब्लूमबर्ग और एक व्यक्ति द्वारा पब्लिश डेटा के मुताबिक, एवेंडस ग्रुप, इनक्रेड अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड और मॉड्यूलस अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट मैनेजर्स ने Krutrim द्वारा जारी बॉन्ड के बदले में उन्हें यह पैसा उधार दिया था। इसके लिए कूपन रेट्स लगभग 14.9-15.9% थीं।
एक व्यक्ति का कहना है कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की कीमत गिरने के बाद, भाविश अग्रवाल ने गिरवी रखे गए शेयरों को बढ़ाने (Collateral top-up) के बजाय, आगामी 3 से 4 महीनों का बकाया ब्याज पहले से चुका दिया। अग्रवाल ने आईपीओ में ओला इलेक्ट्रिक की अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचकर लगभग ₹280 करोड़ कमाए थे।
लिस्टिंग प्राइस से 35 प्रतिशत नीचे आ चुका है शेयर
ओला इलेक्ट्रिक की लिस्टिंग शेयर बाजार में अगस्त 2024 में ₹76 के भाव पर हुई थी। BSE के डेटा के मुताबिक, तब से लेकर अब तक शेयर लगभग 35% गिर चुके हैं। हाल ही में हुंडई मोटर कंपनी और किआ कॉर्प ने ओला इलेक्ट्रिक में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर एग्जिट कर लिया है। यह बिक्री 690 करोड़ रुपये से ज्यादा की रही। 5 जून को शेयर BSE पर दिन में लगभग 2 प्रतिशत तक लुढ़का। कंपनी का मार्केट कैप घटकर 21600 करोड़ रुपये रह गया है।
हाल ही में ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने ओला इलेक्ट्रिक के शेयर के लिए रेटिंग को घटाकर "सेल" कर दिया। टारगेट प्राइस को 50 रुपये से घटाकर 30 रुपये कर दिया। शेयर का रिकॉर्ड हाई 157.53 रुपये है, जो बीएसई पर 20 अगस्त 2024 को देखा गया था।
मार्च तिमाही में घाटा 109 प्रतिशत बढ़ा
जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का कंसोलिडटेड बेसिस पर शुद्ध घाटा एक साल पहले से 109 प्रतिशत बढ़कर 870 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 416 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से कंसोलिडटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 59.4 प्रतिशत घटकर 611 करोड़ रुपये रह गया। मार्च 2024 तिमाही में यह 1,508 करोड़ रुपये था। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान कंपनी ने 2276 करोड़ रुपये का शुद्ध कंसोलिडेटेड घाटा देखा, जबकि एक साल पहले यह 1584 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से कंसोलिडटेड रेवेन्यू घटकर 4514 करोड़ रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 5010 करोड़ रुपये था। कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 में मुनाफे में आने का लक्ष्य रखा है।
Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
टिप्पणियाँ