एक्सपर्ट के अनुसार, आगामी सप्ताह में बाजार सकारात्मक रुख बनाए रख सकता है, हालांकि इसमें कुछ हद तक मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।
Stock Market Outlook: भारतीय शेयर बाजार ने 16 मई को खत्म सप्ताह में शानदार प्रदर्शन किया। बुल्स ने मजबूती से मोर्चा संभालते हुए बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 को 4.21 प्रतिशत की बढ़त दिलाई। यह 18 अप्रैल के सप्ताह के बाद से सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त रही।
पिछले सप्ताह की तेजी के पीछे कई कारण रहे। जैसे कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौता, यूक्रेन-रूस द्वारा युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमति, साथ ही अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में प्रगति। इससे ओवरऑल सेंटिमेंट पॉजिटिव हुआ।
इसके अलावा, महंगाई में और गिरावट के चलते जून की आरबीआई मौद्रिक नीति बैठक में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, अच्छे मानसून की संभावना, FII और DII की लगातार खरीदारी और अनुकूल कच्चे तेल की कीमतों ने भी बाजार की मजबूती में योगदान दिया।
एक्सपर्ट के अनुसार, आगामी सप्ताह में बाजार सकारात्मक रुख बनाए रख सकता है, हालांकि इसमें कुछ हद तक मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।
Religare Broking में रिसर्च के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अजीत मिश्रा ने कहा, "इस हफ्ते कोई बड़ा वैश्विक या घरेलू कार्यक्रम नहीं है। इसलिए बाजार की नजर अब तिमाही नतीजों और नियमित आने वाले आर्थिक डेटा पर अधिक रहेगी। विदेशी पूंजी प्रवाह पर बाजार की निगरानी जारी रहेगी, जिसने हालिया तेजी को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है।'
आइए जानते हैं उन 10 प्रमुख फैक्टर के बारे में, जो अगले हफ्ते बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
तिमाही नतीजे
मार्च तिमाही के नतीजे अब अपने आखिरी चरण में हैं, जिसकी शुरुआत 19 मई से होगी। अब तक के नतीजे बाजार की उम्मीद के मुताबिक रहे हैं। अगले सप्ताह 700 से अधिक कंपनियां अपने तिमाही नतीजे घोषित करेंगी। इनमें Nifty 50 कंपनियां भी शामिल हैं।
जैसे कि Bharat Electronics, Power Grid Corporation of India, Hindalco Industries, IndusInd Bank, Oil and Natural Gas Corporation, Grasim Industries, ITC, Sun Pharmaceutical Industries, और JSW Steel।
व्यापार समझौते पर नजर
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं- अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध में नरमी आई है। इससे दुनिया भर के बाजारों में पॉजिटिव सेंटीमेंट हुआ है। अब बाजार की नजरें अमेरिका पर हैं, जहां व्यापक व्यापार समझौते की संभावना बन रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका आने वाले हफ्तों में अपने व्यापारिक साझेदारों के लिए नए टैरिफ दरों की घोषणा करेगा।
वैश्विक आर्थिक आंकड़े
वैश्विक स्तर पर फ्लैश पीएमआई डेटा पर नजर रहेगी, जिसे कई देश जारी करेंगे। इसके अलावा अमेरिका के साप्ताहिक जॉब डेटा और नए घरों की बिक्री, यूरोजोन और जापान की महंगाई दर, और चीन के आर्थिक आंकड़े (मासिक औद्योगिक उत्पादन, खुदरा बिक्री और बेरोजगारी दर) भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
घरेलू आर्थिक आंकड़े
घरेलू मोर्चे पर अप्रैल महीने का इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटपुट 20 मई को जारी किया जाएगा। इसके बाद 22 मई को मई महीने के लिए HSBC मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI के फ्लैश आंकड़े जारी होंगे। इससे पहले अप्रैल में मैन्युफैक्चरिंग PMI 58.1 से बढ़कर 58.2 हुआ था, जबकि सर्विसेज PMI 58.5 से बढ़कर 58.7 दर्ज किया गया था।
9 मई को खत्म पखवाड़े के लिए बैंक लोन और डिपॉजिट ग्रोथ के आंकड़े और 16 मई को खत्म सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े 23 मई को जारी किए जाएंगे।
कच्चे तेल की कीमतें
कच्चे तेल की कीमतों पर भी करीबी नजर रखी जाएगी क्योंकि अब तक दाम भारत जैसे तेल आयातक देशों के लिए बेहतर रहे हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के संभावित अंत और चीन से आर्थिक प्रोत्साहन की उम्मीदों के बाद तेल की कीमतों में और गिरावट की संभावना सीमित है।
अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स ने पिछले सप्ताह 2.35 प्रतिशत की तेजी के साथ $65.41 प्रति बैरल पर सप्ताह का अंत किया, जो इससे पिछले सप्ताह की 4.27 प्रतिशत की बढ़त के बाद आया है।
FII फ्लो
बाजार की नजर विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के रुख पर भी नजर बनाए रखेंगे, क्योंकि प्रॉफिट बुकिंग के बावजूद इनकी लगातार और मजबूत खरीदारी से बाजार गुलजार है। पिछले सप्ताह FIIs ने कैश सेगमेंट में कुल Rs 15,925 करोड़ मूल्य के शेयर खरीदे, जिससे मई महीने में अब तक कुल खरीद Rs 23,783 करोड़ पहुंच गई है। इसका प्रमुख कारण वैश्विक व्यापार माहौल में सुधार और भू-राजनीतिक तनावों में कमी माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका, चीन, यूरोप और जापान को आर्थिक वृद्धि में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, भारत 6 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर के साथ सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है। यह फैक्टर विदेशी निवेशकों को लुभा रहा है।
IPO
अगर प्राइमरी मार्केट की बात करें, तो कुछ हफ्ते के सन्नाटे के बाद मेनबोर्ड सेगमेंट में फिर हलचल दिख रही है। दो नए आईपीओ इस सप्ताह Dalal Street पर दस्तक देंगे। Borana Weaves का ₹145 करोड़ का पब्लिक इश्यू 20 मई को खुलेगा, जबकि Belrise Industries का ₹2,150 करोड़ का ऑफर 21 मई को लॉन्च होगा।
इसी दौरान SME सेगमेंट में भी हलचल जारी है। तीन नए SME आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे। Victory Electric Vehicles International का ₹40.66 करोड़ का इश्यू 20 मई से खुलेगा, इसके बाद Dar Credit and Capital का ₹25.66 करोड़ का आईपीओ 21 मई को और Unified Data-Tech Solutions का ₹144.5 करोड़ का ऑफर 22 मई से शुरू होगा।
इसके अलावा, Virtual Galaxy Infotech का लिस्टिंग 19 मई को NSE Emerge पर होगी, Integrity Infrabuild Developers का 20 मई को और Accretion Pharmaceuticals का 21 मई को लिस्टिंग होगी।
टेक्निकल नजरिया
तकनीकी रूप से बाजार के संकेतक अभी अनुकूल हैं। Nifty 50 सभी प्रमुख मूविंग एवरेज (10, 20, 50 और 200-दिन के EMA) से ऊपर ट्रेड कर रहा है और साप्ताहिक चार्ट पर लंबे बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न के साथ उच्च वॉल्यूम दिखा रहा है।
एक्सपर्ट के अनुसार, इंडेक्स को 25,300 के स्तर पर बाधा का सामना करना पड़ सकता है। इसके ऊपर टिके रहने से 25,500–25,700 जोन तक रास्ता खुल सकता है, जब तक यह 23,850 के स्तर को सपोर्ट के रूप में बनाए रखता है।
F&O संकेत
साप्ताहिक ऑप्शंस डेटा के अनुसार, Nifty 50 की शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग रेंज 24,500 से 25,500 के बीच मानी जा रही है। Call साइड पर सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट 25,500 स्ट्राइक पर है, इसके बाद 25,000 और 25,100 स्ट्राइक पर है। Put साइड पर सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट 25,000 स्ट्राइक पर है, इसके बाद 24,500 और 24,700 पर। अधिकतम Put राइटिंग भी 25,000 स्ट्राइक पर देखी गई है।
इस बीच, India VIX में पिछले सप्ताह तेज गिरावट देखने को मिली, जिससे बुल्स को समर्थन मिला। VIX 23.49 प्रतिशत गिरकर 16.55 पर आ गया। अगर यह 15 से नीचे गिरकर टिकता है, तो बाजार में तेजी के लिए और भी मजबूत संकेत मिल सकते हैं।
कॉर्पोरेट एक्शन
अगले हफ्ते कुछ कंपनियों में प्रमुख कॉर्पोरेट एक्शन दिखेंगे। (पूरी डिटेल के लिए देखें चार्ट)
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