हिंदी न्यूज़फोटो गैलरीहेल्थडायबिटीज और ब्लड प्रेशर... इन साइलेंट किलर्स से बचकर रहें, अस्पतालों में दवा भी नहीं
डायबिटीज और ब्लड प्रेशर, ये दोनों सामान्य बीमारियां कब साइलेंट किलर का रूप ले लेती हैं, पता भी नहीं लगता. अधिकतर मामलों में इसकी जानकारी तब हो पाती है, जब कोई बड़ी हेल्थ प्राॅब्लम सामने आती है.
By : एबीपी लाइव | Updated at : 04 Jun 2025 09:18 AM (IST)
हाल ही में सामने आई एक सर्वे रिपोर्ट के बाद इसको लेकर और एहतियात बरतने की आवश्यकता है. रिपोर्ट में बताया गया कि देश के 19 जिलों के 400 से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्रों पर डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के इलाज की सुविधा ही नहीं हैं. आइए जानते हैं इस समस्या के प्रति किस तरह सतर्क रहने की जरूरत है?
हाल ही में देश के 19 जिलों में सरकारी और निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर एक सर्वे किया गया. इसमें 415 स्वास्थ्य केंद्रों में देखा गया कि यहां डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए किस तरह के इंतजाम है?
जांच के दाैरान सर्वे में सामने आया कि 105 उप केंद्रों में से 37 परसेंट में डायबिटीज की दवा और 44 परसेंट से अधिक में ब्लड प्रेशर की दवा नहीं थी. साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों पर डाॅक्टर की कमी भी सामने आई. सीएचसी पर 82.2 परसेंट डाॅक्टर 83.2 परसेंट सर्जन की कमी सामने आई.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार अधिकतर लोगों को शुरुआत में पता ही नहीं लगता कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर या शुगर है. शुरुआत सामान्य लक्षण हल्का सिर दर्द, थकान या बेचैनी जैसी बातें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. जब बीमारी बढ़ जाती है, तब जाकर इसके बारे में पता चलता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लापरवाही बरतने वालों में बुजुर्गों की संख्या अधिक होती है. वह समस्याओं से जूझते रहते हैं, लेकिन अवेयरनेस की कमी या फिर घरवालों की ओर से ध्यान नहीं देने से ये दिक्कत बढ़ जाती है. बाॅडी के महत्वपूर्ण ऑर्गन किडनी, हार्ट, लिवर आदि को नुकसान पहुंचने का रिस्क बन सकता है.
हाई ब्लड प्रेशर और शुगर का इलाज करना आसान नहीं होता. क्योंकि ये जीवनभर की बीमारियां होती हैं. इनका प्रबंधन दवाओं, आदतों में बदलाव और नियमित जांच से किया जा सकता है.
बीमारी के अनुसार डाइट में परिवर्तन जरूरी होता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार अपने खानपान में बीमारी के अनुसार बदलाव करें. जिन फूड को न खाने की सलाह दी जाती है, उससे बचें
फिजिकल एक्टिविटी शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होती है. ये डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी हेल्थ प्राॅब्लम में भी कारगर है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह के अनुसार एक्सरसाइज को डेली रूटीन में शामिल करें.
खुद डाॅक्टर न बनें. कई बार बीमारी कंट्रोल होने पर मरीज दवा छोड़ देते हैं. डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर में कतई ऐसा न करें. इससे मुसीबत का सामनास करना पड़ सकता है.
Published at : 04 Jun 2025 09:18 AM (IST)
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