हिंदी न्यूज़शिक्षापैदा होते ही कूड़े में फेंक गए थे मां-बाप, आंखों की चली गई थी रोशनी...अब इस विभाग में बन गई अफसर
यह कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो जीवन की मुश्किलों से हार मान लेते हैं. एक दृष्टिहीन महिले ने राजस्व सहायक के पद तक का सफर तय किया, इस दौरान उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया.
By : एबीपी फीचर डेस्क | Updated at : 22 Apr 2025 06:33 PM (IST)
माला पापलकर की सफलता की कहानी.
कहते हैं किस्मत भी बहादुरों का साथ देती है. आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं, जिसको सुन आपकी आंखों से भी आंसू आ जाएंगे. ये कहानी एक ऐसी महिला की है जिसे बचपन में रेलवे स्टेशन के कूड़ेदान में फेंक दिया गया था. लेकिन आज वह राजस्व सहायक के पद पर काबिज है. ये कहानी एक प्रेरणा है जो बताती है कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती...
इस कहानी की शुरुआत आज से करीब 25 साल पहले से होती है. जहां एक बच्ची को जलगांव रेलवे स्टेशन पर कूड़ेदान में फेंक दिया गया था. जहां से उस बच्ची को रेस्क्यू किया गया. आज वह बच्ची बड़ी हो गई और अब अपनी कहानी गढ़ने को तैयार है. ये कहानी है दृष्टिबाधित महिला माला पापलकर की. जिन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया और एमपीएससी परीक्षा पास करने के बाद वह अब नागपुर कलेक्टरेट में राजस्व सहायक पद पर पहुंची हैं.
माला जन्म से दृष्टिहीन हैं. जब वह नवजात थीं, तब उन्हें रेलवे स्टेशन के पास एक कूड़ेदान में फेंक दिया गया था. वहां से पुलिस ने उन्हें बचाया और बाल कल्याण समिति के आदेश पर उन्हें अमरावती के स्वर्गीय अंबादास पंत वैद्य अनाथालय भेजा गया. शंकर बाबा पापलकर नामक समाजसेवी ने माला को गोद लिया, उन्हें नाम दिया और उनकी परवरिश का जिम्मा उठाया.
शिक्षा बनी जीवन की रोशनी
दृष्टिहीन होने के बावजूद माला ने कभी हार नहीं मानी. उन्हें पढ़ाई का गहरा शौक था. उन्होंने डॉ. नरेंद्र भिवापुरकर अंध विद्यालय अमरावती से 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की. फिर विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्थान, अमरावती से कला संकाय में स्नातक की डिग्री ली और इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन भी पूरा किया. शिक्षा ने माला के लिए एक नई दुनिया खोल दी.
यह भी पढ़ें-
UPSC ने जारी किया सिविल सर्विस एग्जाम का फाइनल रिजल्ट, ये हैं टॉपर्स के नाम
सरकारी नौकरी पाने का सपना हुआ साकार
मई 2023 में माला ने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) की क्लर्क-कम-टाइपिस्ट परीक्षा (ग्रुप C) पास की थी. हालांकि कुछ प्रक्रियागत देरी के कारण उनकी पोस्टिंग में विलंब हुआ, लेकिन हाल ही में उन्हें नागपुर कलेक्टर कार्यालय में राजस्व सहायक के पद के लिए नियुक्ति पत्र मिला है. अब वह अपनी नई जिम्मेदारी निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
यह भी पढ़ें-
UPSC ने जारी किया फाइनल रिजल्ट, ऐसे एक क्लिक में कर सकते हैं चेक
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI
Published at : 22 Apr 2025 06:33 PM (IST)
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, शिक्षा और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
Sponsored Links by Taboola
भारत में टेस्ला की लॉन्चिंग? एलन मस्क की प्लानिंग पर बोले PAK एक्सपर्ट- जनाब कुर्बानियां दें हम और बिजनेस करने पहुंच गए इंडिया
क्यों डिफेंडिंग चैंपियन KKR जीत को तरस रही, जानें शर्मनाक प्रदर्शन के 3 बड़े कारण
UPSC क्लियर करने के कितने दिन बाद कैंडिडेट्स को मिलती है सैलरी, कितनी होती है पहली तनख्वाह?
जम्मू कश्मीर में पर्यटकों पर हमला, आतंकियों ने कई लोगों को मारी गोली, सुरक्षाबलों ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन

रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार
टिप्पणियाँ