हिंदी न्यूज़बिजनेसभारत में तेल की डिमांड चीन से भी ज्यादा, Opec की रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
India Oil Import: भारत में तेल की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. मौजूदा समय में भारत अपनी कच्चे तेल की आवश्यकता का 85 परसेंट से अधिक आयात करता है. दूसरे नंबर पर भारत का ही एक पड़ोसी देश है.
By : एबीपी बिजनेस डेस्क | Edited By: अरिजिता सेन | Updated at : 15 May 2025 06:31 PM (IST)
ऑयल इम्पोर्ट
Source : Freepik
India Oil Import: भारत में तेल की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन ओपेक की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 और 2026 में दुनिया में भारत से सबसे ज्यादा तेल की डिमांड आने वाली है. यह चीन से कई दोगुने से भी ज्यादा है. भारत दुनिया में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. यहां दिन-प्रतिदिन उर्जा की मांग भी बढ़ रही है. नतीजतन, भारत में तेल की डिमांड 2024 में 5.55 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) से बढ़कर 2025 में 5.74 मिलियन बीपीडी होने का अनुमान है, जो 3.39 परसेंट की बढ़त को दर्शाता है.
अमेरिका सबसे ज्यादा करता है तेल का आयात
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह वृद्धि 2026 में भी जारी रहने की उम्मीद है, जो 5.99 मिलियन बीपीडी तक पहुंच जाएगी, जो एक साल में 4.28 परसेंट की वृद्धि को दर्शाता है. इसके विपरीत, चीन से तेल की डिमांड 2025 में केवल 1.5 परसेंट और 2026 में 1.25 परसेंट बढ़ने का अनुमान है. इससे पता चलता है कि दुनिया में तेल की सबसे ज्यादा खपत भारत में हो रही है.
बावजूद इसके, सबसे ज्यादा तेल मंगाने वाले देशों में अमेरिका टॉप पर है. इसकी 2025 में अनुमानित मांग 20.5 मिलियन बीपीडी होगी, उसके बाद चीन 16.90 मिलियन बीपीडी और 2026 में 17.12 मिलियन बीपीडी के साथ दूसरे स्थान पर रहेगा. तेल की तेजी से बढ़ रही खपत को देखते हुए भारत इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर है. 2025 और 2026 में अमेरिका से तेल की डिमांड में क्रमश: 0.09 और 0.6 परसेंट की मामूली वृद्धि होने की संभावना है.
भारत इतना परसेंट तेल करता है इम्पोर्ट
ओपेक के लगाए गए पिछले अनुमानों के मुताबिक, 2025 और 2026 में पूरी दुनिया में तेल की डिमांड कुल मिलाकर 1.3 मिलियन बीपीडी बढ़ने का अनुमान है. ओपेक ने कहा, भारत की इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ रही है. मजबूत आर्थिक विकास की मौजूदा गति जारी रहने की उम्मीद है, जो कि उपभोक्ता खर्च, निवेश और प्रमुख क्षेत्रों के लिए सरकारी समर्थन से प्रेरित है.
भारत वर्तमान में अपनी कच्चे तेल की आवश्यकता का 85 परसेंट से अधिक आयात करता है. इसके बाद रीफाइनिंग के जरिए उसे पेट्रोल-डीजल जैसे ईंधनों में बदला जाता है. ओपेक ने बताया कि मार्च में भारत का कच्चा तेल आयात रिकॉर्ड हाई 5.4 मिलियन बीपीडी पर पहुंच गया, जो एक महीने में 5 परसेंट से अधिक की वृद्धि को दर्शाता है.
ये भी पढ़ें:
Published at : 15 May 2025 06:28 PM (IST)
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, बिजनेस और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
Sponsored Links by Taboola
राजनाथ सिंह के बयान से बौखलाया पाकिस्तान, गीदड़भभकी देते हुए बोला- 'बगैर न्यूक्लियर बम के भी...'
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
यूपी में नकली दवाओं पर बड़ी कार्रवाई, 30 करोड़ से ज्यादा की दवाएं जब्त और 68 लोग गिरफ्तार
शादी से पहले प्रेग्नेंट हो गई थी ये हसीना, तलाक के बाद 7 साल छोटे एक्टर को कर रहीं डेट
कौन हैं दुनिया के 5 सबसे अमीर क्रिकेटर? दौलत उड़ा देगी आपके होश
रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार
टिप्पणियाँ