2 दिन पहले 1

मां का दूध पीते ही तुरंत पॉटी कर देता है बच्चा तो क्या करें, जानें ये कितना खतरनाक

हिंदी न्यूज़लाइफस्टाइलहेल्थमां का दूध पीते ही तुरंत पॉटी कर देता है बच्चा तो क्या करें, जानें ये कितना खतरनाक

न्यू बॉर्न बेबी दूध पीने के तुरंत बाद पॉटी कर देता है? ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या ऐसा करने से बच्चे के शरीर में सही मात्रा में पोषक तत्व पहुंच पाता है?

By : एबीपी लाइव | Edited By: Swati Raj Laxmi | Updated at : 21 Feb 2025 04:51 PM (IST)

घर में छोटे बच्चे की किलकारी किसी स्वर्ग से कम नहीं होता है. न्यू बॉर्न बेबी को खास ख्याल रखने की जरूरत पड़ती है. उनकी इम्युनिटी इतनी कमजोर होती है कि उन्हें खाने-पीने से लेकर पॉटी करने का तक भी खास ख्याल रखना पड़ता है. आज हम आज कुछ अलग हटकर बात करेंगे. आज हम विस्तार से बात करेंगे कि न्यू बॉर्न बेबी  दूध पीने के तुरंत बाद पॉटी कर देता है? ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या ऐसा करने से बच्चे के शरीर में सही मात्रा में पोषक तत्व पहुंच पाता है?

दूध पीने के पॉटी होना नॉर्मल है

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि बच्चा दूध पीने के बाद पॉटी करता है तो यह बेहद नॉर्मल है. अगर आपका बच्चा भी ऐसा कुछ कर रहा है तो इसमें परेशान होने की जरूरत नहीं है. दरअसल, बच्चा जब दूध पीता है उसके शरीर में गैस्ट्रोकोलिक जनरेट होता है. ऐसा करने से बच्चे के दिमाग को सिग्नल मिलता है कि उसका पेट भर चुका है और अब उसे पॉटी करने के लिए तैयार हो जाना चाहिए.

दूध पीने के तुरंत बाद पॉटी क्यों करता है?

शिशु पाचन रिफ्लेक्स: न्यू बॉर्न बेबी का पाचन तंत्र बिल्कुल भी तैयार नहीं होता है. बच्चे का आंत  गैस्ट्रोकोलिक रिफ्लेक्स मजबूत होता है. जब बच्चा कुछ भी खाता है तो उसका पाचन तंत्र पॉटी निकालने में मदद करता है. 

छोटा पेट: न्यू बॉर्न बेबी का पेट एकदम छोटा सा होता है. ऐसी स्थिति में वह मां का दूध या फॉर्मूला मिल्क जल्दी पचा लेते हैं. जिसका साफ अर्थ है कि दूध पीने के पचने के बाद जो भी बचता है वह पचा लेता है. जो पॉटी के रूप में निकलता है. 

ये भी पढ़ें: स्पेस से लौटने के बाद इन गंभीर बीमारियों का शिकार होते हैं एस्ट्रोनॉट्स, ये हैं लक्षण

अगर बच्चा दूध पीने के बाद तुरंत पॉटी कर दे रहा है तो इसका साफ अर्थ है कि उसका पाचन तंत्र अच्छे तरीके से काम कर रहा है. खासकर अगर कोई बच्चा ब्रेस्टफीडिंग पर रहता है तब. हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि जो बच्चे अपनी मां का दूध पीते हैं वह दिन में 10-12 बार पॉटी करते हैं. इसमें घबराने की कोई बात नहीं है.  डाक्टर के मुताबिक हर बच्चे का पाचन तंत्र अलग-अलग होता है. कुछ बच्चे खाने के तुरंत बाद पॉटी करते हैं. ऐसी स्थिति में फैमिली वाले को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है. 

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

ये भी पढ़ें: चार साल के बच्चे ने बहन को डोनेट किए स्टेम सेल्स, कम से कम किस उम्र में कर सकते हैं यह काम?

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

Published at : 21 Feb 2025 04:50 PM (IST)

हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें

भारत-पाकिस्तान के बीच पुंछ सीमा पर 75 मिनट की फ्लैग मीटिंग, जानें किन मुद्दों पर बनी सहमति?

भारत-पाकिस्तान के बीच पुंछ सीमा पर 75 मिनट की फ्लैग मीटिंग, जानें किन मुद्दों पर बनी सहमति?

विदेशी फंडिंग पर सख्त छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय, कहा, 'NGO's की आड़ में धर्मांतरण का खेल बंद हो'

विदेशी फंडिंग पर सख्त छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय, कहा, 'NGO's की आड़ में धर्मांतरण का खेल बंद हो'

 'सर आपके साथ एक फोटो...', सीएम मोहन यादव ने छात्रों से खुलकर की बात, देखें वीडियो

Free Laptop Yojana: 'सर आपके साथ एक फोटो...', सीएम मोहन यादव ने छात्रों से खुलकर की बात, देखें वीडियो

असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों के लिए आवेदन करने का आखिरी मौका, भरे जाएंगे 329 पद

असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों के लिए आवेदन करने का आखिरी मौका, भरे जाएंगे 329 पद

ABP Premium

 आस्था वाले स्नान पर छिड़ गई सियासी लड़ाई | CM Yogi | Akhilesh Yadav | UP Politics | ABP NEWS महाकुंभ को लेकर ममता के बयान पर बोले प्रमोद सावंत अमेरिकी फंडिंग विवाद पर Jagdeep Dhankhar का बड़ा बयान | ABP News उस्ताद तौफीक कुरैशी और बिक्रम घोष ने दी लाजवाब परफॉर्मेंस | ABP NEWS

राहुल लाल, राजनीतिक विश्लेषक

राहुल लाल, राजनीतिक विश्लेषक

पूरा लेख पढ़ें

ट्विटर से

टिप्पणियाँ