मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, अवलॉन टेक्नोलॉजीज़ इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS) सेक्टर में भारत की एक खास कंपनी है, जिसकी अमेरिका में भी मज़बूत मैन्युफैक्चरिंग मौजूदगी है। कंपनी साफ ऊर्जा, मेडिकल टेक्नोलॉजी और मोबिलिटी जैसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स को सेवाएं देती है। FY25 की पहली 9 तिमाहियों में, इन सेक्टर्स से कंपनी को कुल राजस्व का 62% हिस्सा मिला (FY24 में यह 59% था)।
अमेरिका के टैरिफ से चीन को झटका, भारत को राहत
अमेरिका ने चीन पर 245% टैरिफ लगा दिया है, जबकि भारत को 9 जुलाई 2025 तक टैरिफ से राहत मिली हुई है। यहां तक कि अगर भारत पर भविष्य में 26% टैरिफ भी लग जाए, तब भी वह चीन (245%), वियतनाम (46%) और ताइवान (32%) से काफी कम होगा। इस स्थिति में, अवलॉन जैसी कंपनियों को अमेरिका से बिज़नेस शिफ्ट होकर भारत आने का फायदा मिल सकता है। अवलॉन की US में पहले से मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है, जिससे कंपनी को अन्य प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त मिलती है।
ऑर्डर बुक में तेज़ी, US क्लाइंट्स से बढ़ी डिमांड
कंपनी को अमेरिका से सबसे ज़्यादा बिज़नेस मिलता है – 9MFY25 में कुल बिक्री का 58% हिस्सा वहीं से आया। ऑर्डर बुक भी 28% की सालाना बढ़त के साथ ₹2,700 करोड़ तक पहुंच गई है। कंपनी ने भारत में भी चेन्नई प्लांट का पहला चरण पूरा कर लिया है, जो निर्यात पर केंद्रित है। इसके ज़रिए आने वाले समय में अमेरिका और अन्य देशों से बढ़ती डिमांड को पूरा किया जाएगा।
रेलवे और एयरोस्पेस से भी उम्मीद
अवलॉन टेक्नोलॉजीज़ भारत में रेलवे के “कवच” सुरक्षा सिस्टम पर काम कर रही है, जिसे भविष्य में बड़ा बिज़नेस अवसर माना जा रहा है। इसके साथ ही कंपनी के कई प्रमुख ग्राहक भी अपने प्रोजेक्ट्स का तेजी से विस्तार कर रहे हैं। जैसे कि साफ ऊर्जा क्षेत्र की कंपनी Ohmium International ने जुलाई 2024 में बेंगलुरु के डोड्डाबल्लापुर में एक गीगाफैक्ट्री शुरू की है, जहां 2 गीगावॉट की इलेक्ट्रोलाइज़र सिस्टम्स तैयार की जाएंगी।
अमेरिका की Sunrun कंपनी ने अपने FY25 रिज़ल्ट में बताया है कि वह चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अपनी स्टोरेज क्षमता में 30% की बढ़ोतरी की योजना बना रही है। वहीं, Collins Aerospace ने अगस्त 2024 में 70,000 वर्गफुट में फैली एक नई यूनिट शुरू की है, जिससे उसकी उत्पादन क्षमता में 50% की बढ़ोतरी होगी। इन सभी क्लाइंट्स की मज़बूत ग्रोथ को देखते हुए अवलॉन ने FY25 के लिए अपने रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को 16–20% से बढ़ाकर 22–24% कर दिया है।
भविष्य में तेज़ ग्रोथ की संभावना, शेयर में निवेश की सलाह
मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि अवलॉन आने वाले सालों में EMS सेक्टर में मज़बूत प्लेयर बन सकता है। कंपनी की US और भारत दोनों जगह मज़बूत मौजूदगी, क्लाइंट्स का भरोसा और बढ़ती ऑर्डर बुक इसे आगे बढ़ने में मदद करेगी। FY24 से FY27 के बीच कंपनी का रेवेन्यू 30%, EBITDA 57% और PAT 80% की CAGR से बढ़ने का अनुमान है। इसी आधार पर रिपोर्ट में शेयर पर ₹970 का टारगेट दिया गया है, जो अभी के प्राइस ₹827 से 17% ज़्यादा है।
First Published - April 18, 2025 | 4:47 PM IST
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