बीते एक साल में एचडीएफसी बैंक के स्टॉक का प्रदर्शन स्टॉक मार्केट से बेहतर रहा है। पिछले एक साल में HDFC Bank के स्टॉक का रिटर्न 26 फीसदी रहा है।
एचडीएफसी बैंक का प्रॉफिट फाइनेंशियल ईयर 2024-25 की चौथी तिमाही में 17,616 करोड़ रुपये रहा। यह साल दर साल आधार पर 5 फीसदी ग्रोथ है। इस दौरान कंपनी का मार्जिन भी बढ़ा है। बैंक ने अपने ऑपरेटिंग एक्सपेंसेज को कंट्रोल में रखा। प्रोविजनिंग और क्रेडिट कॉस्ट भी कम रही। बैंक की एसेट क्वालिटी अच्छी बनी रही। वित्त वर्ष 2024-25 में बैंक का अर्निंग्स प्रति शेयर (ईपीएस) साल दर साल आधार पर 11 फीसदी बढ़ा। यह मर्जर से पहले की ईपीएस ग्रोथ से काफी कम है। मर्जर से पहले करीब दो दशक तक ईपीएस ग्रोथ साल दर साल आधार पर 20 फीसदी से ज्यादा थी।
डिपॉजिट में अच्छी ग्रोथ
FY25 में HDFC Bank का फोकस बैलेंसशीट पर रहा। मर्जर के बाद इस पर काफी असर पड़ा था। चौथी तिमाही में बैंक ने क्रेडिट साइकिल/इनवायरमेंट को लेकर भी सावधानी बरती। इससे लोन की ग्रोथ इंडस्ट्री की औसत ग्रोथ से कम रही। हालांकि, एचडीएफसी बैंक की डिपॉजिट ग्रोथ काफी अच्छी रही। लिक्विडिटी पर दबाव के बावजूद बैंक ने प्राइस डिसिप्लीन बनाए रखा। एचडीएफसी बैंक बैंकिंग इंडस्ट्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा का मुकाबला करने में भी कामयाब रहा है।
ब्रांच की कुल सख्या 9400 पहुंची
एचडीएफसी बैंक का ग्रॉस एडवान्सेज मार्च 2025 के अंत में साल दर साल आधार पर 5.4 फीसदी बढ़ा। रिटेल लोन की ग्रोथ 9 फीसदी रही। कमर्शियल और रूरल बैंकिंग की ग्रोथ 13 फीसदी रही। कॉर्पोरेट और दूसरे होलसेल लोन की ग्रोथ 3.6 फीसदी रही। रिटेल में अनसेक्योर्ड लोन (पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड) की ग्रोथ साल दर साल आधार पर 10 फीसदी रही। HDFC Bank ने FY25 में 717 ब्रांच ओपन किए। इससे देश में एचडीएफसी बैंक की ब्रांचेज की कुल संख्या बढ़कर 9,400 हो गई। ब्रांचेज की संख्या बढ़ने से एचडीएफसी बैंक को अपना मार्केट शेयर बनाए रखने में मदद मिलेगी।
RoA 1.9 फीसदी रहा
मार्च 2025 में एचडीएफसी बैंक का क्रेडिट-डिपॉजिट (CD) रेशियो 96.5 फीसदी पहुंच गया। दिसंबर 2023 में यह 110 फीसदी के पीक पर पहुंच गया था। मर्जर के बाद यह रेशियो बदला है। मार्च 2025 में लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) 119 फीसदी था, जिसे अच्छा माना जाएगा। बैंक की अर्निंग्स ग्रोथ FY25 में थोड़ी सुस्त रही। डिपॉजिट पर फोकस का फायदा बैंक को मिला है। इसके अलावा बैंक का रिटर्न ऑन एसेट (RoA) 1.9 फीसदी रहा।
स्टॉक मार्केट से ज्यादा रिटर्न
बीते एक साल में एचडीएफसी बैंक के स्टॉक का प्रदर्शन स्टॉक मार्केट से बेहतर रहा है। पिछले एक साल में HDFC Bank के स्टॉक का रिटर्न 26 फीसदी रहा है। इसके मुकाबले निफ्टी का रिटर्न इस दौरान 8 फीसदी रहा, जबकि बैंक निफ्टी का रिटर्न 14 फीसदी रहा। शेयरों में उछाल से एचडीएफसी बैंक की वैल्यूएशन बढ़ी है। हालांकि, अभी भी एचडीएफसी बैंक के शेयरों में ICICI Bank के मुकाबले डिस्काउंट पर ट्रेडिंग हो रही है। सवाल है कि क्या एचडीएफसी बैंक फिर से सबसे मूल्यवान बैंक का खिताब हासिल कर सकेगा?
क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
अभी एचडीएफसी बैंक के शेयरों में FY27 की अनुमानति बुक वैल्यू के दोगुना पर ट्रेडिंग हो रही है। इसमें सब्सिडियरी की एडजस्टेड वैल्यूएशन शामिल है। रिटर्न ऑन एसेट (RoA) को देखते हुए वैल्यूएशन सही लगती है। बैंक का आरओई FY25 में 1.9 फीसदी है। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के आईपीओ का पॉजिटिव असर एचडीएफसी बैंक के शेयरों पर भी पड़ेगा। हालांकि, बैंक की वैल्यूएशन पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। एचडीएफसी बैंक का रिटर्न रेशियो अट्रैक्टिव है। वैल्यूएशन अच्छी है। प्रदर्शन में लगातार सुधार हो रहा है। निवेशक मौजूदा प्राइस पर एचडीएफसी के शेयरों में निवेश कर सकते हैं। यह निवेश लंबी अवधि के लिए होना चाहिए।
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