NGEL की ऑपरेशनल कैपेसिटी FY27 तक बढ़कर 15,000-18,000 MW तक पहुंच जाने की उम्मीद है।
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी (एनजीईएल) के स्टॉक्स में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। लंबी अवधि में कंपनी की ग्रोथ के लिए अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं। कंपनी के पास रिन्यूएबल एनर्जी का अच्छा पोर्टफोलियो है। कंपनी ने आईपीओ में इनवेस्टर्स को 108 रुपये प्रति स्टॉक के भाव पर शेयर एलॉट किए थे। यह स्टॉक गिरकर 85 रुपये के लेवल पर आ गया था। उसके बाद से इसमें तेजी देखने को मिली है। अब भाव इश्यू प्राइस के करीब पहुंच गया है। एनजीईएल एनटीपीसी की सब्सिडियरी है।
2032 तक 60 GW का टारगेट
NGEL इंडिया में रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में दमदार प्लेयर के रूप में उभर रही है। इसने 2032 तक 60 GW ग्रीन एनर्जी उत्पादन क्षमता का टारगेट रखा है। अभी कंपनी की उत्पादन क्षमता 3,600 MW है। कंपनी के रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स का पोर्टफोलियो बढ़ रहा है। कंपनी अधिग्रहण भी कर रही है। हाल में कंपनी ने Ayana Renewable Power का अधिग्रहण 6,248.5 करोड़ रुपये में किया है। यह डील ONGC NTPC Green (ONGPL) के जरिए हुई, जो NGEL और ONGC Green के बीच का ज्वाइंट वेंचर है।
6 राज्यों में कंपनी के प्रोजेक्ट्स
NGEPL के प्रोजेक्ट्स देश के 6 राज्यों में हैं। कंपनी आईपीओ से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल अधिग्रहण के लिए कर रही है। इसे अपनी पेरेंट कंपनी NTPC का भी फायदा मिलेगा। इससे एनजीईएल की पहुंच लो कॉस्ट फंडिंग तक है। इससे कंपनी को नए प्रोजेक्ट्स के लिए बोली लगाने में मदद मिलती है। कंपनी के 14 सोलर और 11 विंड प्रोजेक्ट्स हैं। कंपनी ग्रीन हाइड्रोजन और बैटरी स्टोरेज के क्षेत्र में भी कारोबारी मौके का तलाश कर रही है।
कंपनी के पास ग्रोथ के लिए पर्याप्त पूंजी
NGEL की ऑपरेशनल कैपेसिटी FY27 तक बढ़कर 15,000-18,000 MW तक पहुंच जाने की उम्मीद है। तीन साल में कैपेसिटी इतनी बढ़ जाने से कंपनी को अपनी अर्निंग्स बढ़ाने में बड़ी मदद मिलेगी। कंपनी अपनी हिस्सेदारी बेचे बगैर सालाना 1,000 से 1,200 रुपये के आंतरिक एक्रुअल और IPO से हासिल 8,000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने के लिए कर सकती है।
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क्या आपको निवेश करना चाहिए?
अभी एनजीईएल के शेयरों में FY24 की अर्निंग्स के 264 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। यह वैल्यूएशन देखने में ज्यादा लगती है लेकिन ग्रोथ के शुरुआती चरण और रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स पर होने वाले ज्यादा पूंजीगत खर्च को देखते हुए यह ज्यादा नहीं है। कंपनी लंबी अवधि में वैल्यू क्रिएशन के लिहाज से बहुत अट्रैक्टिव दिखती है। हाल में कीमतों में गिरावट की वजह यह स्टॉक अट्रैक्टिव लग रहा है। इनवेस्टर्स लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न के लिए इंडिया में रिन्यूएबल एनर्जी के भविष्य पर दांव लगा सकते हैं।
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