13 घंटे पहले 3

India-Pakistan conflict: शेयर बाजार पर क्या होगा असर, क्या बताता है इतिहास?

पहलगाम आतंकी हमले के बाद होटल और एविएशन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली।

India-Pakistan conflict: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच भू-राजनीतिक तनाव काफी बढ़ गया है। इसका असर स्टॉक मार्केट पर भी देखने को मिल रहा है। शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि दोनों देशों के दरम्यान बढ़ते तनाव के चलते बाजार में निकट भविष्य में अस्थिरता बनी रह सकती है।

पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी50 में करीब एक फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। निफ्टी50 0.80 प्रतिशत चढ़कर 24,039.35 पर, जबकि बीएसई सेंसेक्स 79,212.53 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार में हल्की अस्थिरता भी देखने को मिली। इंडिया VIX 11% बढ़ा, जिससे निवेशकों की घबराहट का पता चलता है।

इतिहास से क्या संकेत मिलते हैं?

ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी की रिपोर्ट के अनुसार, अगर 2001 के संसद हमले को छोड़ दें, तो भारत-पाक तनाव के समय भारतीय शेयर बाजार में कभी भी 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट नहीं देखी गई। उस समय भी बाजार पर वैश्विक कारकों, खासकर एसएंडपी 500 में लगभग 30 प्रतिशत गिरावट का अधिक प्रभाव रहा था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि औसतन भू-राजनीतिक तनावों के दौरान बाजार में 7 प्रतिशत तक का करेक्शन देखने को मिला है। इसके मुताबिक, "ऐतिहासिक अनुभव और मौजूदा वैश्विक जोखिम मूल्यांकन के आधार पर अगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता भी है, तो निफ्टी50 में 5 से 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट की आशंका नहीं है।"

किन शेयरों पर दिखा तनाव का असर?

पहलगाम आतंकी हमले के बाद होटल और एविएशन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। कई निवेशकों को डर है कि आतंकी हमले का टूरिज्म एक्टिविटीज पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे होटल और एविएशन कंपनियों के बिजनेस पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका है। यही वजह है कि इन स्टॉक्स में बिकवाली देखने को मिली।

विदेशी निवेशक हो सकते हैं सजग

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, भारत ने ऐतिहासिक रूप से भू-राजनीतिक तनावों के दौरान अपनी मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था के बल पर लचीलापन दिखाया है। नायर ने कहा, 'निकट अवधि में विदेशी निवेशक सतर्क रह सकते हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए यह अच्छे में निवेश का मौका माना जा सकता है।'

पूरा लेख पढ़ें

ट्विटर से

टिप्पणियाँ