IndusInd Bank Share Price: इंडसइंड बैंक के शेयर में साल 2025 में अब तक 19% की गिरावट आ चुकी है
IndusInd Bank Shares: इंडसइंड बैंक के शेयरों में सोमवार 19 मई को लगभग सपाट कारोबार देखने को मिला। हालांकि ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज की मानें तो अभी इस शेयर में और गिरावट आ सकती है। ICICI सिक्योरिटीज ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में इंडसइंड बैंक के शेयरों की रेटिंग और टारगेट प्राइस दोनों में कटौती की है। ब्रोकरेज ने इंडसइंड बैंक के शेयरों की रेटिंग को 'होल्ड' से घटाकर 'Sell (बेचें)' कर दिया है। वहीं इसके टारगेट प्राइस को भी पहले के 750 रुपये से घटाकर 650 रुपये कर दिया है। यह नया टारगेट प्राइस कंपनी के शेयरों में मौजूदा स्तर से करीब 17 फीसदी गिरावट का अनुमान दिखाता है।
ICICI सिक्योरिटीज ने कहा कि इंडसइंड बैंक को एक और चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एक आंतरिक जांच में बैंक के माइक्रोफाइनेंस (MFI) सेगमेंट में ₹674 करोड़ की राशि को गलत तरीके से इंटरेस्ट इनकम के रूप में दिखाने का खुलासा हुआ है। यह बढ़ी हुई आय बैंक के नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) पर 17 बेसिस प्वाइंट्स का लगातार असर डाल सकती है।
बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में इस मामले पर स्पष्टीकरण दिया और अपनी MFI बिजनेस से संबंधित रिपोर्ट को पेश किया। इंडसइंड बैंक ने कहा कि इसके आंतरिक ऑडिट विभाग की रिपोर्ट के आधार पर, वित्त वर्ष 2025 के पहले नौ महीनों (9MFY25) में 674 करोड़ रुपये की रकम को इंटरेस्ट इनकम के रूप में गलत तरीके से दिखाया गया था। इस रकम को 10 जनवरी, 2025 को पूरी तरह से उलट दिया गया था।
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि 595 करोड़ रुपये के बिना सबूत के बकायों का बैंक के प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट पर कोई असर पड़ेगा या नहीं।
ब्रोकरेज ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में इंडसइंड बैंक को लेकर कई नेगेटिव खबरे आई हैं, जिसने इसके शेयरों को लेकर सेंटीमेंट कमजोर किया है। इनमें डेरिवेटिव्स लॉस, एमडी एंड सीईओ, डिप्टी सीईओ और सीएफओ के अचानक इस्तीफे जैसी खबरें शामिल हैं।
ICICI सिक्योरिटीज का कहना है कि इंडसइंड बैंक का शेयर एक 'मुश्किल दौर' में प्रवेश कर चुका है और वित्त वर्ष 2025 से 2027 के बीच बैंक से औसत दर्जे की ग्रोथ और मुनाफे की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, बैंक की अनुमानित ग्रोथ 8% CAGR और रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) 1% से नीचे रहने की संभावना है।
बैंक के वैल्यूएशन को लेकर भी चिंता जताई गई है। मौजूदा समय में इसका वैल्यूएशन FY25 के अनुमानित बुक वैल्यू का 0.95 गुना और FY27 के एडजस्टेड बुक वैल्यू का 0.85 गुना है, जिसे मौजूदा हालातों को देखते हुए ‘सस्ता’ नहीं माना जा सकता।
पिछले महीने बैंक में उथल-पुथल तब और बढ़ गई जब इसके एमडी और डिप्टी सीईओ दोनों ने एक साथ पद छोड़ दिए। इस समय बैंक एक एग्जिक्यूटिव कमेटी के जरिए संचालित हो रहा है। बोर्ड में फिलहाल कोई होल-टाइम डायरेक्टर भी नहीं है, जिससे इस पर सुपरवाइजरी एक्शन की आशंका जताई जा रही है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों ने भी बैंक की रेटिंग में कटौती कर दी है और आउटलुक को ‘नकारात्मक’ में बदल दिया है।
हालांकि, बैंक के शेयरों ने 52 हफ्तों के निचले स्तर 606 रुपये से करीब 30% की रिकवरी जरूर की है, लेकिन साल 2025 में अब तक इसमें 19% की गिरावट आ चुकी है।
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