कंपनी का राजस्व 5,680 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सकल लाभ 3,151 करोड़ रुपये रहा। यह सालाना आधार पर 25.5 फीसदी तक की वृद्धि है।
Last Updated- May 04, 2025 | 10:41 PM IST
पेप्सिको की बॉटलर वरुण बेवरिजेज (वीबीएल) ने कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 29 फीसदी की राजस्व वृद्धि और 30 फीसदी की बिक्री वृद्धि दर्ज की। लेकिन दक्षिण अफ्रीका में सुस्त प्राप्तियों की वजह से संयुक्त बिक्री आय पर कुछ दबाव देखा गया।
कंपनी का राजस्व 5,680 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सकल लाभ 3,151 करोड़ रुपये रहा। यह सालाना आधार पर 25.5 फीसदी तक की वृद्धि है। कंपनी का सकल मार्जिन सालाना 161 आधार अंक की कमजोरी के साथ 55.5 फीसदी रहा। एबिटा मार्जिन भी सालाना आधार पर 20 आधार अंक तक घट गया जबकि एबिटा 28 फीसदी बढ़कर 1,264 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
दक्षिण अफ्रीका और डीआरसी (डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो) के एकीकरण के अलावा बिक्री वृद्धि सालाना आधार पर 15.5 फीसदी रही। प्राप्तियां सालाना आधार पर 178 रुपये प्रति पेटी के साथ सपाट बनी रहीं। घरेलू बाजार और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बिक्री वृद्धि दर्ज की गई। कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक, जूस, पानी बिक्री एक साल पहले के मुकाबले क्रमशः 38 फीसदी, 22 फीसदी और 6 फीसदी बढ़कर 23.4 करोड़, 2.2 करोड़ और 5.6 करोड़ पेटियों पर पहुंच गई।
दक्षिण अफ्रीका कारोबार के एकीकरण के साथ कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली तिमाही में एबिटा मार्जिन 22.7 प्रतिशत रहा (स्वामित्व वाले ब्रांडों के ऊंचे अनुपात के कारण दक्षिण अफ्रीकी मार्जिन कम है)।
प्रति पेटी एबिटा सालाना आधार पर 2 फीसदी घटकर 40 करोड़ रुपये रह गया। समायोजित पीएटी सालाना आधार पर 35 फीसदी बढ़कर 720 करोड़ रुपये रहा। तीन नए संयंत्र चालू होने से मूल्यह्रास व्यय में सालाना आधार पर 45.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
क्यूआईपी का उपयोग ऋण चुकाने के लिए किया गया जिससे भारत में वित्तीय लागत कम हो गई। शेष ब्याज व्यय का अधिकांश हिस्सा दक्षिण अफ्रीकी परिचालन से जुड़ा हुआ है। वीबीएल को हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में क्षमता विस्तार की मदद से वर्ष 2025 में दो अंक की वृद्धि दर्ज करने का भरोसा है। इसके अलावा, मई तक दो और संयंत्र उत्पादन शुरू कर देंगे।
प्रबंधन को लंबी अवधि में दो अंक में वृद्धि और भारत में 21 प्रतिशत एबिटा मार्जिन की उम्मीद है। वीबीएल वितरण पैठ को बेहतर बनाने के लिए अधिक कमर्शियल रेफ्रीजरेशन यूनिट लगाने पर ध्यान दे रही है।
दक्षिण अफ्रीका में कारोबार का एकीकरण अच्छा रहा है। लेकिन मार्जिन कम बना हुआ है। कंपनी का लक्ष्य इस बाजार में कुछ गैर-लाभकारी उत्पादों को छोड़ना और पेप्सिको के पोर्टफोलियो को बढ़ाना है।
प्रबंधन ने उपभोक्ताओं की पसंद में बदलाव की ओर इशारा किया जिसमें निंबूज भी शामिल है जो सालाना आधार पर 100 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर रहा है। एनर्जी ड्रिंक्स में मजबूत वृद्धि देखी गई, जो सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेगमेंट है।
लो-शुगर और नो-शुगर उत्पादों की भागीदारी कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली तिमाही में समेकित बिक्री के 59 फीसदी पर पहुंच गई। इससे उपभोक्ताओं की पसंद में आ रहे बदलाव का पता चलता है। कंपनी ने एक नया एनर्जी ड्रिंक, स्टिंग गोल्ड पेश किया है और पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए, वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के अंत तक जीरा आधारित पेय भी लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। जिंबाब्वे और जाम्बिया में वीबीएल पेप्सिको के स्नैक उत्पादों का वितरण और बिक्री कर रही है और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में बढ़ोतरी के नए अवसर तलाश रही है।
First Published - May 4, 2025 | 10:41 PM IST
टिप्पणियाँ